कयामत की तिजोरी में क्या है, सुनसान आइलैंड बर्फ के बीचों-बीच छुपा एक राज
कयामत की तिजोरी में क्या है, सुनसान आइलैंड बर्फ के बीचों-बीच छुपा एक राज 
अन्तरराष्ट्रीय

कयामत की तिजोरी में क्या है, सुनसान आइलैंड बर्फ के बीचों-बीच छुपा एक राज

Madhuri Sonkar

आपने अक्सर फिल्मों में ये बात सुनी होगी की दुनिया में एक दिन कयामत आ जाएगी और एक दिन ये पूरी दुनिया खत्म हो जाएगी। अब कुछ लोग इन बातों पर यकीन करते हैं पर ज्यादातर लोग इस बात पर यकीन नहीं करते।

विज्ञान में ज्यादा विश्वास रखने वाले भले ही कयामत के दिन को न मानें, पर वो ये बात तो जरूर मानते हैं कि जिस गति से इंसान धरती के संसाधनों को नष्ट कर रहा है, वो दिन जरूर आएगा, जब धरती से खाने-पीने की चीजें, खनिज, जीव-जन्तु सब खत्म हो जायेगा।

ऐसे समय के लिए इंसानों ने एक तिजोरी (Doomsday Vault) बनाई है, जो एक सुनसान आइलैंड पर, बर्फ की चादर के बीचों बीच बनी है। इस तिजोरी के अंदर ऐसी चीज रखी गयी है जो कयामत के समय में इस धरती को बचाएगी।

12 लाख से ज्यादा बीज

डेली स्टार की एक रिपोर्ट के अनुसार नॉर्वे में स्वॉलबर्ड आर्किपिलागो (Arctic Svalbard archipelago) है, जिसमें स्पिट्सबर्जेन (Spitsbergen) नाम का एक आइलैंड है जो नॉर्थ पोल के काफी पास है।

यहां एक तिजोरी बनाई गई है.जिसका का नाम स्वॉलबर्ड ग्लोबल सीड वॉल्ट (Svalbard Global Seed Vault) है। इस ‘कयामत के दिन की तिजोरी’ का भी नाम दिया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस तिजोरी के अंदर, दुनिया के हर देश में उगने वाली फसल के बीज रखे मौजूद है।

ये तिजोरी है बैकअप का भी बैकअप

इस तिजोरी को बैकअप का भी बैकअप कहा जाता है। इसकी वजह ये है कि कई देश अपने यहां पर ऐसी तिजोरियां बनाकर रखते हैं, जहां वो जरूरत के वक्त के लिए बीज स्टोर कर के रखते हैं।

प्राकृतिक आपदाओं के अलावा, कई बार ऐसी चुनौतियां भी इन देशों के सामने आ जाती हैं, जिनसे बचा तो जा सकता है, पर किन्ही कारणों कि वजह से नहीं बच पाते जैसे पैसों की कमी के चलते बीज का सही ढंग से देखभाल न होना।

इस कारण वो बीज स्टोर करने वाली जगह पर ही नष्ट भी हो सकते हैं। ऐसे समय में ये वॉल्ट काम आता है।ये वॉल्ट 2008 में तैयार हो गया था।

यहां होती है कड़ी सुरक्षा

यहां 12 लाख से ज्यादा अलग-अलग फसल के बीज हैं और लगभग हर वैरायटी के 500 से भी ज्यादा बीज मौजूद हैं। इस तिजोरी में 250 करोड़ तक बीज जमा किए जा सकते हैं।

अगर कभी किसी देश पर या पूरी धरती पर कोई आपदा आती है, जिससे धरती पर खाने की समस्या पैदा हो जाएं और फिर सारी फसलें बर्बाद हो जाएं, तब इस तिजोरी में से बीज लेकर फिर से फसल ऊगा पाएंगे।

यहां सुरक्षा कड़ी रहती है। सिर्फ बीज रखने वाले लोगों को ही वहां जाने कि अनुमति है।अंतरराष्ट्रीय गैर-लाभकारी संगठन क्रॉप ट्रस्ट इस वॉल्ट के संचालन का सारा खर्च उठाती है।

इसका उद्देश्य हमारे भविष्य की खाद्य आपूर्ति की नींव को सुरक्षित करने के लिए जीनबैंक संग्रह का बैकअप रखना है। ये तिजोरी, असल बैंक की तिजोरियों की तरह काम करती है। जिस देश ने अपने बीज यहां जमा रखे हैं, उसी देश के पास उन बीज के इस्तेमाल का हक है।

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