भारतवंशी नेता से आखिर बोरिस जॉनसन को ऐसी क्या चिढ़ है कि वो ऋषि सुनक को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में नहीं देखना चाहते । बोरिस खुलकर ऋषि के विरोध में आ गए हैं। हालांकि सुनक दो राउंड के बाद एक अच्छी बढ़त बनाए हुए हैं लेकिन सुनक की ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने की ये राह इतनी आसान नजर नहीं है । सबसे बड़ी समस्या हैं खुद पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन हैं ।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बोरिस जॉनसन, ऋषि को छोड़कर किसी भी दूसरे उम्मीदवार का समर्थन करने को तैयार है । वो दूसरे उम्मीदवारों से भी अपील कर रहे हैं कि कोई भी किसी भी कीमत पर सुनक को समर्थन ना दें । बताया जा रहा है कि बोरिस जॉनसन ने गुप्त रूप से एक अभियान चलाया है जिसका नाम बताया जा रहा है “बैक एनीवन बट ऋषि(BACK ANYONE BUT RISHI)” । बता दें कि बोरिस ने खुलकर किसी का समर्थन नहीं किया है लेकिन गुप्त रूप से वो लिज ट्रूस या पेरी मॉन्डेंट को सपोर्ट कर रहे हैं ।
इस पूरे मामले में बड़ी बात ये है कि बोरिस जॉनसन अपनी सत्ता जाने का मुख्य कारण ऋषि को ही मान रहे हैं । बोरिस का मानना है कि ऋषि उन्हें सत्ता से बेदखल करने की साजिश कर रहे थे । वहीं एक रिपोर्ट के अनुसार बोरिस साजिद जावेद को सत्ता जाने के लिए जिम्मेदार नहीं मानते ।
अभी के लिए ऋषि सुनक की स्थिति काफी मजबूत दिखाई देती है। लगातार दो राउंड में उन्हें सर्वधिक वोट मिले हैं। शुक्रवार को भी सुनक समेत टॉम टुजेंट, पेनी मॉरडन्ट, केमी बडेनोच और लिज ट्रस के बीच टेलीविजन डिबेट हुई। इसमें भी सुनक का पलड़ा भारी रहा।
राजनीतिज्ञ के अनुसार सुनक के लिए कंजर्वेटिव पार्टी के लगभग 2 लाख वोट बेहद जरूरी हैं । अगर समीकरणों की बात करें तो कंजर्वेटिव पार्टी के वोटरों में 44% की उम्र 66 साल से अधिक है । जिनमें 97% वोटर श्वेत हैं । प्रधानमंत्री पद पाने के लिए सुनक को श्वेत वोट बैंक को साधना होगा । इसी के लिए ऋषि ने “रेडी फॉर ऋषि(READY FOR RISHI)” नाम का कैंपेन चला रहे हैं ।