हेलिकॉप्टर हादसे में बचे एकमात्र ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन‚ सम्मान के बाद स्टडी स्ट्रैस से जूझ रहे बच्चों के लिए स्कूल प्रिंसिपल को लिखा था लैटर, अब VIRAL

भारतीय वायु सेना के कैप्टन वरुण सिंह का बेंगलुरु के अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ते हुए बुधवार को निधन हो गया‚ अब उनका एक लैटर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जो उन्होंने शाैर्य सम्मान मिलने के बाद अपने स्कूल प्रिंसिपल को लिखा था। कैप्टन का ये खत हर माता-पिता और उनके बच्चों को पढ़ना चाहिए।
भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह

भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह

Updated on

भारतीय वायुसेना के अधिकारी ने हेलीकॉप्टर हादसे में बचे एकमात्र ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का जिंदगी की जंग लड़ते हुए बुधवार को निधन हो गया। आईएएफ ने बताया कि उनकी हालत हादसे के बाद से नाजुक बनी हुई थी । वे बेंगलुरु कमांड अस्पताल में लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर थे। बता दें कि उनका बैंगलोर के आर्मी अस्पताल में इलाज चल रहा था।

यूपी के दवरिया के रहने वाले थे वरुण

ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह यूपी के देवरिया के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले थे। उनका इलाज बेंगलुरु के आर्मी अस्पताल में चल रहा था। वरुण ग्रुप कैप्‍टन अभिनंदन वर्धमान के बैचमेट रहे हैं। अभिनंदन वर्धमान ने ही 27 फरवरी 2019 को भारत की सीमा में घुसे पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ा था।

CDS बिपिन रावत को रिसीव करने के लिए प्रोटोकॉल ऑफिसर बनाया गया था
वरुण सिंह के परिवार में पत्नी और एक बेटा-बेटी है। उन्हें CDS बिपिन रावत को रिसीव करने के लिए प्रोटोकॉल ऑफिसर बनाया गया था। वरुण ने चंडीगढ़ के चंडी मंदिर स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की। 2004 में उनका NDA में सिलेक्शन हो गया।
<div class="paragraphs"><p>पत्नी और बच्चों के साथ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह। (फाइल फोटो)</p></div>

पत्नी और बच्चों के साथ ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह। (फाइल फोटो)

वरुण सिंह के पिता भी रह चुके सेना में
कैप्टन वरुण सिंह का जन्म दिल्ली में हुआ था। उनकी उम्र 42 साल थी। उनके पिता कृष्ण प्रताप सिंह सेना में कर्नल पद से रिटायर्ड हुए थे। वरुण के छोटे भाई तनुज सिंह मुम्बई में नेवी में हैं। उनकी पत्‍नी गीतांजली एक बेटा रिद रमन और बेटी आराध्या हैं।
<div class="paragraphs"><p>परिवार के साथ भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह। </p><p></p></div>

परिवार के साथ भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह।

सम्मान को हासिल करने के बाद उन्होंने एक लैटर अपने स्कूल के प्रिंसिपल को लिखा था। इस लैटर में उन्होंने अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए, कुछ ऐसी बातें लिखी हैं, जिन्हें बच्चों के साथ-साथ उनके पेरेंट्स के लिए भी जानना बेहद जरूरी

इस सम्मान को हासिल करने के बाद उन्होंने एक लैटर अपने आर्मी पब्लिक स्कूल, चंडीमंदिर के प्रिंसिंपल को 18 सितंबर को लिखा था। इस लैटर में उन्होंने अपने स्कूल के दिनों को याद करते हुए, कुछ ऐसी बातें लिखी हैं, जिन्हें बच्चों के साथ-साथ उनके पेरेंट्स के लिए भी जानना बेहद जरूरी है। उनका ये लैटर अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

अधिकारियों ने पहले कहा था कि वरुण सिंह को गुरुवार को तमिलनाडु के वेलिंगटन से बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को हाल ही में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने असाधारण साहस के प्रदर्शन के लिए शौर्य चक्र से सम्मानित किया था। दरअसल अगस्त में शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था, यह सम्मान उन्हें तेजस को सफलतापूर्वक बचाने में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए मिला था। तेजस एक लड़ाकू जेट है, जो पिछले साल एक संभावित दुर्घटना से एक बड़ी तकनीकी खराबी की चपेट में आ गया था।

<div class="paragraphs"><p>शौर्य सम्मान हासिल करने के बाद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने ये लैटर&nbsp;अपने आर्मी पब्लिक स्कूल, चंडीमंदिर के प्रिंसिंपल को 18 सितंबर को लिखा था।</p></div>

शौर्य सम्मान हासिल करने के बाद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने ये लैटर अपने आर्मी पब्लिक स्कूल, चंडीमंदिर के प्रिंसिंपल को 18 सितंबर को लिखा था।

“पढ़ाई में आपका औसत होना एकदम ठीक है। हर कोई स्कूल में अच्छा नहीं करेगा और ना ही हर कोई 90 परसेंट स्कोर कर सकता है। यदि कोई ऐसा करता है, तो ये उसकी उपलब्धि है और इसके लिए उसकी तारीफ होनी ही चाहिए। लेकिन अगर कोई ऐसा नहीं कर पाता है, तो इसका मतलब ये कतई नहीं है कि वो जीवन में कुछ नहीं कर पाएगा।” “मुझे पूरा विश्वास है कि उस दिन जो कुछ भी मैंने किया, वो मेरे टीचर्स और इंस्ट्रक्टर्स की पढ़ाई और ट्रेनिंग का ही परिणाम था.” “कभी भी उम्मीद मत छोड़िए। कभी भी ऐसा मत सोचिए कि आप उस चीज में अच्छे नहीं हो सकते, जो आप होना चाहते हो। ये आसान नहीं होगा। खूब मेहनत करनी पड़ेगी। समय और आराम का बलिदान देना होगा। मैं औसत था, लेकिन आज मैंने अपने करियर में एक बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है। ऐसा कभी मत सोचिए कि 12वीं बोर्ड के मार्क्स आपका भविष्य तय करेंगे। अपने आप में विश्वास रखिए और इस दिशा में काम करिए।”
बेंगलुरु के कमांड अस्पताल जिंदगी की जंग लड़ रहे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह
<div class="paragraphs"><p>भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह</p></div>
क्यों दुनिया के दिग्गज नेताओं में शुमार व्‍लादिमीर पु​तिन को पैसे के लिए टैक्‍सी ड्राइवर बनना पड़ा?

पीएम ने कहा था पूरा देश दे​वरिया के बेटे के साथ खड़ा है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में वायु सेना के हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की सलामती के लिए मां पटेश्वरी से प्रार्थना की थी। बलरामपुर में सरयू नहर के उद्घाटन समारोह के बाद सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने देवरिया के बेटे को याद किया था और कहा था कि पूरा देश उनके परिवार के साथ खड़ा है।

<div class="paragraphs"><p>भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह। </p><p></p></div>

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह।

गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने की ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पिता से बात

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के पिता से बात की थी, बुधवार को कुन्नूर के पास भारतीय वायु सेना के हेलिकॉप्टर दुर्घटना में वह गंभीर रूप से घायल हो गया था।

सीडीएस बिपिन रावत के चौपर क्रेश हादसे की घटना
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में हादसे की जानकारी देते हुए बताया था कि 8 दिसंबर को दोपहर में भारतीय वायुसेना का हेलिकॉप्टर जिसमें सीडीएस बिपिन रावत मौजूद थे, वह क्रैश हो गया। जनरल बिपिन रावत को वेलिंग्टन में डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज जाना थ। एयरफोर्स के एमआई 17 हेलिकॉप्टर ने सुलूर एयरबेस से 11.48 पर उड़ान भरी थी। इसे वेलिंग्टन में 12:15 बजे लैंड करना था. लेकिन 12.08 पर यह क्रैश हो गया।

Like and Follow us on :- Twitter | Facebook | Instagram | YouTube

<div class="paragraphs"><p>भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह</p></div>
पहले CDS बिपिन रावत के निधन पर क्यों नहीं रखा गया देश में एक भी दिन का राष्ट्रीय शोक?
logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com