गुजरात में विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। पांच और एक दिसंबर को दो चरणों में होने वाले मतदान से पहले यहां स्टेटिक सर्विलांस टीम कार्रवाई में जुटा है। इसी क्रम में टीम ने एक कार से 75 लाख रुपये नकद बरामद किए।
मंगलवार की रात पुलिस की टीम ने तीन लोगों के साथ एक कार को रोका और तलाशी लेने पर उसमें से 75 लाख रुपये नकद मिले। कार में बैठे उदय गुर्जर और मोहम्मद फैज को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की, जबकि तीसरे की कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव बीएम संदीप के नाम से पहचान हुई है, जो कि फिलहाल फरार है।
सूरत पुलिस ने जब्ती के संबंध में कोई विवरण नहीं दिया है, लेकिन विभाग के सूत्रों ने कहा कि कार में सवार आर.आर अंगदिया से 75 लाख रुपये नकद लेकर लौट रहे थे। तलाशी के दौरान, टीम ने कार से राहुल गांधी की सूरत रैली के पर्चे, एआईसीसी सचिव और कांग्रेस के दक्षिण गुजरात क्षेत्र के प्रभारी बी.एम. संदीप के नाम से वीआईपी कार का पास मिला है। साथ ही एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव बीएम संदीप भागते हुए नजर आ रहे है। इससे राजनीतिक बवाल शुरू हो गया।
भाजपा के मीडिया समन्वयक यज्ञेश दवे ने कहा कि कांग्रेस के पर्चे की बरामदगी से इस मामले में एक कांग्रेस नेता की संलिप्तता का संकेत मिलता है। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरी संभावना है कि नकदी भी कांग्रेस की थी, जांच से पता चलेगा कि यह पैसा किसके पास है और इतनी बड़ी राशि को सूरत ले जाने का क्या कारण था।
दूसरी ओर, आरोपों से इनकार करते हुए सूरत के कांग्रेस नेता नैसाध देसाई ने इसे अपनी पार्टी को फंसाने की साजिश करार दिया। पार्टी के एक अन्य प्रवक्ता हेमांग रावल ने जोर देकर कहा कि यह साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है कि नकदी कांग्रेस की थी। उन्होंने कहा कि जांच से सच्चाई सामने आनी चाहिए।