श्रद्धा हत्याकांड में सबसे चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। श्रद्धा ने दो साल पहले मुंबई पुलिस से आफताब के हिंसक व्यवहार की शिकायत की थी। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि श्रद्धा ने 23 नवंबर 2020 को मुंबई में पालघर पुलिस को शिकायत पत्र लिखा था। श्रद्धा ने पुलिस को बताया था कि उनका लिव-इन पार्टनर आफताब उसके साथ मारपीट करता है। समय पर कार्रवाई नहीं हुई तो आफताब इसके टुकड़े-टुकड़े कर देगा।
दावा यह भी किया जा रहा है कि श्रद्धा ने आफताब के व्यवहार के बारे में अपने परिवार को भी बताया था, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिकायत पत्र का खुलासा होने पर कहा कि उन्होंने श्रद्धा की शिकायत पत्र देखा है। वह काफी गंभीर है। उन्होंने कहा कि अगर इस पर कार्रवाई होती तो शायद श्रद्धा की जान बच जाती। उन्होंने कहा कि वे इस मामले में जांच कराएंगे कि इस लेटर पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई।
शिकायत पत्र में श्रद्धा ने लिखा-
"मेरा नाम श्रद्धा वालकर है और मैं 25 साल की हूं। मैं 26 साल के आफताब अमीन पूनावाला की रिपोर्ट करना चाहती हूं। वह विजय नगर कॉम्प्लेक्स के रीगल अपार्टमेंट में रहता है। वह मुझसे गालीगलौज और मारपीट करता है। आज उसने मेरा गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की। उसने मुझे धमकाया और ब्लैकमेल किया कि वह मुझे जान से मारकर टुकड़े-टुकड़े कर देगा और फेंक देगा। वो मेरे साथ 6 महीने से मारपीट कर रहा है, लेकिन मैं पुलिस में उसकी शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पाई, क्योंकि वो मुझे जान से मारने की धमकी दे रहा था।
आफताब के परिवार वाले भी जानते हैं कि वो मुझे मारता-पीटता है और जान से मारने की कोशिश भी कर चुका है। उसकी फैमिली जानती है कि हम दोनों साथ रहते हैं और वीकेंड पर वो लोग मिलने भी आते हैं। मैं आज तक उसके साथ रहती हूं, क्योंकि हमारी जल्द ही शादी होने वाली है और उसके परिवार की भी रजामंदी है। अब मैं उसके साथ नहीं रहना चाहती हूं।"
श्रद्धा की ओर से लिखे गये पत्र को लेकर गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि मेरे पास भी लेटर आया है। मैंने इसे देखा है। यह बहुत गंभीर बात है कि इस पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई। इसकी जांच करनी होगी। मैं किसी को दोष नहीं देना चाहता, लेकिन इस प्रकार की शिकायत पर कार्यवाही नहीं हुई। इसकी जांच जरूरी है और इस पर पहले कार्रवाई होती तो श्रद्धा की जान बच जाती।
लीगल न्यूज वेबसाइट और बार एंड बेंच की रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि आफताब ने कोर्ट में मर्डर की बात कबूल ली है। जज से कहा कि उसने उकसावे और गुस्से में श्रद्धा का मर्डर किया था। आफताब ने यह भी कहा कि पुलिस को सब कुछ बता चुका हूं, अब घटना याद करने में मुश्किल आ रही है।
ये रिपोर्ट्स सामने आने के करीब एक घंटे बाद वकील अविनाश कुमार ने मर्डर के कुबूलनामे को अफवाह करार दिया। आफताब के वकील ने कैमरे पर कहा- आफताब ने ऐसा कोई कुबूलनामा नहीं दिया है। स्टेटमेंट रिकॉर्ड में नहीं लिया गया है। वह यह जरूर बताने की कोशिश कर रहा था कि श्रद्धा उसे उकसाती थी और दोनों के बीच झगड़े होते थे।