रूस, यूक्रेन की लड़ाई के बीच कई देशों के छात्र यूक्रेन में फंसे हुए है। हरियाण के पानीपत के रहने वाले अंकुश यूक्रेन के खारकिव शहर में फंसे हुए है। कल रेड आर्मी ने खारकिव शहर पर भी कब्जा कर लिया है अंकुश बताते है कि स्थिति बहुत ही डरावनी है.. लोगों अपने मुल्क जाने के लिए बेताब है...कई लोग स्वंय ही अपने मुल्क की तरफ निकल पड़े है
अंकुश ने सिंस इंडिपेंडेंस के साथ एक विडियो शेयर किया, जिसमें साफ तौर पर देखा जा सकता है कि एक सैनिक किस तरह से एक व्यक्ति को लात मारता हुआ दिखाई दे रहा है। बताया जा रहा है कि ये विडियों पौलेंड की सीमा का है जहां पर लोगों का एक बड़ा समुह पहुंच रहा है।
अंकुश का कहना था कि खारकिव शहर पर रेड आर्मी का कब्जा हो गया है। लोग डर के मारे घर से बाहर निकल कर सुरक्षित जगहों पर जाने की कोशिश में पौलेंड की सीमा पर जा रहे है। यहीं कारण है कि कई छात्रों की तबीयत खराब हो रही है.. क्योंकि आपकों बता दें कि पौलेंड सीमा पर ठंड अधिक होती है, जिसके कारण छात्रों की तबीयत खराब हो रही है।
रूस की यूक्रेन पर बमबारी सोमवार को पांचवें दिन भी जारी है। उधर, इस टकराव को रोकने और रूस पर दबाव बनाने की भी कोशिश की जा रही है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के विशेष आपात सत्र में भेजने के लिए सोमवार को मतदान किया।
प्रस्ताव के पक्ष में 11 और विपक्ष में 1 वोट पड़ा।
भारत, चीन और यूएई ने एक बार फिर वोटिंग से दूरी बना ली है. अब हम युद्ध के मैदान में लौटते हैं। राजधानी कीव के मेयर ने समाचार एजेंसी एपी को बताया है कि कीव से निकलने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया है. रूसी सेना ने हमें चारों तरफ से घेर लिया है। अधिकारियों का दावा है कि रूस ने बेलारूस से यूक्रेन पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। रूस ने भी माना है कि यूक्रेन के जवाबी हमले में उसके कई सैनिक मारे गए थे. हालांकि, अभी तक किसी संख्या का खुलासा नहीं किया गया है।
बता दें भारत, चीन और यूएई ने एक बार फिर वोटिंग से दूरी बना ली है। अब हम युद्ध के मैदान में लौटते हैं। राजधानी कीव के मेयर ने समाचार एजेंसी एपी को बताया है कि कीव से निकलने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया है। रूसी सेना ने हमें चारों तरफ से घेर लिया है। अधिकारियों का दावा है कि रूस ने बेलारूस से यूक्रेन पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। रूस ने भी माना है कि यूक्रेन के जवाबी हमले में उसके कई सैनिक मारे गए थे। हालांकि, अभी तक किसी संख्या का खुलासा नहीं किया गया है।