ब्रिटिश राज परिवार के करीबी रिश्तेदार और 1947 में भारत के आखिरी वायसराय रहे लॉर्ड माउंटबेटन के खिलाफ कम उम्र के लड़कों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है। एक बार फिर एक शख्स ने उन पर आरोप लगाया है कि कम उम्र में माउंटबेटन ने उसका रेप किया था। अब तक ये पांचवा शख्स है जिसने आरोप लगाया है कि माउंटबेटन ने कम उम्र में उनका यौन शोषण किया था।
ब्रिटिशियों ने भारत पर 200 साल राज किया लेकिन हमारे ही देश के कई महान पत्रकार कहते हैं कि अगर अंग्रेज भारत नहीं आते तो भारत आज भी पहले की तरह अशिक्षित,अविकसित व असभ्य होता। लेकिन जिस तरह का चरित्र खुलकर सबके सामने आ रहा है इससे लगता है कि इनका एक तरह का ऐसा भी रूप रहा होगा।
किनकोरा बॉयज होम के एक पूर्व निवासी आर्थर स्मिथ ने ये आरोप लगाए है। पहली बार माउंटबेटन के खिलाफ यौन शोषण का कोई मामला अदालत तक पहुंचा है।
अब माउंटबेटन के खिलाफ यौन अपराधों के आरोप अदालत में दायर किए जाएंगे। लॉर्ड माउंटबेटन ब्रिटेन के नए किंग चार्ल्स-III के लिए गुरु और पिता के समान थे। इससे शाही परिवार के सामने परेशानी खड़ी हो सकती है।
आरोप है कि माउंटबेटन ने उत्तरी आयरलैंड में कई छोटी उम्र के लड़कों को अपनी यौन इच्छा को पूरा करने के लिए निशाना बनाया था। किनकोरा बॉयज होम के एक पूर्व निवासी आर्थर स्मिथ ने उनके और अन्य लोगों के खिलाफ बेलफास्ट में कानूनी मामला दायर किया है।
आर्थर स्मिथ का दावा है कि जब वे 11 साल के बच्चे थे तो उनका यौन शोषण लॉर्ड माउंटबेटन ने किया था। अगर उनका दावा सही साबित होता है, तो वह माउंटबेटन के शिकार बने लड़कों की सूची में पांचवें होगें। जिनमें से चार आयरलैंड से हैं। स्मिथ का कहना है कि उनके साथ 1977 में किनकोरा में माउंटबेटन ने दो बार यौन दुर्व्यवहार किया था। इसके बाद आगे चलकर अपने जीवन में उसने आत्महत्या की भी कोशिश की थी। जिसमें वह बुरी तरह घायल हो गये थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
किनकोरा बॉयज होम को तीन लोग-विलियम मैक्ग्राथ, जोसेफ मेन्स और रेमंड सेम्पल चलाते थे। दिसंबर 1981 में इन सभी को बाल यौन शोषण का दोषी ठहराया गया था। किनकोरा बॉयज होम चलाने वाले मैक्ग्राथ और मेन्स एक एंग्लो-आयरिश सेक्स रैकेट का हिस्सा थे। जो बच्चों को वीआईपी लोगों की यौन इच्छा पूरा करने के लिए भेजते थे।