Canada Hindu Temple: कनाडा संसद में उठी आवाज; असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्यवाही का मांग, जानें मामला

Canada Hindu Temple: कनाडा में एक बार फिर हिंदू मंदिरों पर हमले का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कनाडा के मिसिसॉगा में हाल ही में राम मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी और इसकी दीवारों पर भारत विरोधी नारे भी लिखे गए थे।
Canada Hindu Temple: कनाडा संसद में उठी आवाज; असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्यवाही का मांग, जानें मामला

Canada Hindu Temple: कनाडा में एक बार फिर हिंदू मंदिरों पर हमले का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कनाडा के मिसिसॉगा में हाल ही में राम मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी और इसकी दीवारों पर भारत विरोधी नारे भी लिखे गए थे।

कनाडा में भारतीय मूल के कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने शुक्रवार (17 फरवरी) को वहां की संसद में एक बार फिर इस मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाया है। कनाडा में भारतीय मूल के सांसद चंद्र आर्य ने एंटी हिंदू ग्रुप के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

कनाडा की संसद में गूंजा मंदिरों पर हमले का मुद्दा

कनाडा के सांसद चंद्र आर्य ने मिसिसॉगा में राम मंदिर में तोड़फोड़ की घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अब हिंदू विरोधी समूहों की गतिविधियों पर गंभीरता से विचार करने और कार्रवाई करने की आवश्यकता है।

राम मंदिर में तोड़फोड़ की घटना की कड़ी निंदा करता हूं

आर्यन ने संसद में कहा, “मैं मिसिसॉगा में एक राम मंदिर में तोड़फोड़ की घटना की कड़ी निंदा करता हूं। हाल के दिनों में, पूरे कनाडा में कई मंदिरों को हिंदू विरोधी और भारत विरोधी समूहों द्वारा लक्षित किया गया है।

कनाडाई सांसद चंद्र आर्य
कनाडाई सांसद चंद्र आर्य

'हिंदूफोबिया दूर करने की जरूरत'

सांसद ने कहा कि सरकार को कनाडा में बढ़ते हिंदूफोबिया को दूर करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, 'इन समूहों ने सबसे पहले सोशल मीडिया पर हिंदू-कनाडाई लोगों को निशाना बनाया और हिंदूफोबिया का चलन शुरू किया।

अब वे हिन्दू मंदिरों पर सीधे आक्रमण की ओर बढ़े। ऐसी खबरें हैं कि कनाडा के हिंदू लोगों को भी अलग-अलग निशाना बनाया जा रहा है। ऐसे में इस मुद्दे को गंभीरता से लेने और बढ़ते हिंदूफोबिया को दूर करने की जरूरत है।

पहले भी कई घटनाएं हो चुकी हैं

14 फरवरी को कनाडा के मिसिसॉगा में एक राम मंदिर को भारत विरोधी भित्तिचित्रों से विरूपित कर दिया गया, जिससे लोगों में आक्रोश फैल गया। जिसकी तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। मामला संज्ञान में आया तो टोरंटो स्थित भारतीय दूतावास ने इसकी कड़ी निंदा की।

हालांकि टोरंटो में इस तरह की घटना पहली बार नहीं हुई है. जुलाई 2022 से अब तक इसी तरह के चार मामले सामने आ चुके हैं। इससे पहले, इस तरह की सबसे हालिया घटना 31 जनवरी, 2023 को हुई थी, जब ब्रैम्पटन में एक मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी।

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