वैश्विक पटल पर भारत के बढ़ते कद से परेशान चीन? AIIMS में Cyber Attack के पीछे ड्रैगन की साजिश!
क्या वैश्विक पटल पर भारत के बढ़ते कद से चीन परेशान है? अपनी बौखलाहट को छुपाने के लिए उसने अब भारत को अशांत करने वाली गतिविधियों का सहारा लिया है। यह सवाल इसलिए खड़ा हुआ है क्योंकि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के हैकिंग मामले में चीन के शामिल होने की बात सामने आ रही है। माना जा रहा है कि ऐसा करके ड्रैगन ने संदेश दिया है कि वह भविष्य में और भी बड़े साइबर हमले कर भारत को परेशान करने के ले उठा सकता है।
निशाना पर थे 4 और सर्वरों को भी
सूत्रों के मुताबिक एम्स (Delhi AIIMS) के चार और सर्वर हैकर्स के निशाने पर थे। संदिग्ध चीनी हैकरों ने एम्स के कुल पांच मुख्य सर्वर को निशाना बनाया। एम्स के सर्वर से हैक किया गया डेटा कथित तौर पर डार्क वेब के मुख्य डोमेन तक पहुंच गया है जहां से इसे बेचा जा सकता है।
सर्वर अभी तक शुरू नहीं हुआ
इस बीच, एम्स (दिल्ली एम्स) फिलहाल जांच एजेंसियों के मार्गदर्शन में साइबर सुरक्षा नीति बनाने पर काम कर रहा है। 23 नवंबर को हुए साइबर हमले के बाद से इसका सर्वर डाउन है। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि प्रभावित सर्वरों की फॉरेंसिक तस्वीरें विश्लेषण के लिए भेजी गई हैं।
नेटवर्क दुरुस्त करने में जुटा एम्स प्रशासन
एम्स प्रशासन और अन्य एजेंसियां सामान्य सेवा बहाल करने में जुटी हैं। मंगलवार को एम्स (दिल्ली एम्स) ने कहा था कि ई-हॉस्पिटल डेटा को उसके सर्वर पर बहाल कर दिया गया है अस्पताल सेवाओं के लिए डेटा की मात्रा और बड़ी संख्या में सर्वर/कंप्यूटर के कारण प्रक्रिया में कुछ समय लग रहा है। साइबर सुरक्षा के लिए उपाय किए जा रहे हैं।
अस्पताल में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है
हालांकि, सभी अस्पताल सेवाएं, जिनमें आउट पेशेंट, इन-पेशेंट, प्रयोगशालाएं आदि शामिल हैं, वर्तमान में मैनुअल मोड पर चल रही हैं। इस बीच अस्पताल (दिल्ली एम्स) में आने वाले मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है, जिससे भीड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। इसका कारण यह है कि अभी ऑनलाइन अपॉइंटमेंट काम नहीं कर रहा है। इससे लोग सीधे अस्पताल आ रहे हैं।