रुस और यूक्रेन के बीच तनातनी जारी है. वहीं नाटो प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने जर्मन ब्रॉडकास्टर एआरडी से बातचीत में कहा, हर संकेत ये इशारा कर रहे है कि रूस यूक्रेन के खिलाफ पूर्ण हमले की तैयारी कर रहा है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 44 टन TNT के बराबर वाले ‘महाबम’ को यूक्रेन पर गिराने की योजना हैं. ऐसा यूक्रेन के साथ बढ़ते तनाव के बीच किया जा रहा है. आपको बता दे इस बम को ‘सभी बमों का पिता’ यानी Father’s of All Bombs कहा जाता है. इसका कुल वजन 7000 किलोग्राम से ज्यादा है. ये जानकारी ऐसे समय पर सामने आई है.
रक्षा सूत्रों ने मिरर को बताया कि रूसी राष्ट्रपति के इस बम को यूक्रेन पर गिराने के आदेश आ गए है. इस विनाशकारी हथियार को एक जेट से गिराया जाता है. वहीं, इसमें हवा के बीच में ही विस्फोट हो जाता है और ये बम छोटे-2 सामरिक परमाणु हथियार के बराबर प्रभाव पैदा होता है.
इस महाबम के विस्फोट के बाद सबसे ज्यादा नुकसान सुपरसोनिक शॉकवेव और ऊंचे तापमान के कारण होता है. सूत्रों ने बताया कि इस बम को गिराने के साथ ही युद्ध का आगाज हो जाएगा. रुसी राष्ट्रपति का ये इरादा है कि अगर यूक्रेन पर बम गिराने से वहां के लोगों का मनोबल टूट जाएगा. यहां तक ये भी कहा जा रहा है कि इसका इस्तेमाल सीरिया में भी किया गया था.
बम को लेकर जानकारी नाटो की चेतावनी के बाद आती है. नाटो का कहना है कि यूक्रेन पर लगातार हमले की आशंकाओं के बीच रुस अपने आप को युद्ध के लिए तैयार कर रहा है.
रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते युद्ध की आशंकाओं के बीच मध्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक के लिए तैयार हैं. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की मध्यस्थता के बाद यह स्थिति बनी है. अमेरिका लगातार आगाह करता रहा है कि रूस कभी भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है और साथ ही रूस के ऐसा करने पर उस पर कड़े प्रतिबंध की चेतावनी भी दी है. लेकिन, रूस ने ऐसा करने से साफ इंकार किया है. एक अनुमान के अनुसार, यूक्रेन के सीमाओं पर रूस ने अपने 1,50,000 सैनिकों की तैनाती कर रखी है, जबकि 30 जनवरी तक वहां एक लाख सैनिक ही मौजूद थे.