News: हिंदुओं की आस्था पर जहर उगलने वाले और उनकी तुलना कुत्तों से करने वाले मौलाना सलमान अजहरी की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर तथाकथित निष्पक्ष पत्रकार उनके समर्थन में उतर गए हैं।
कहा जा रहा है कि ऑनलाइन ट्रोलर्स ने जानबूझकर ऐसी वीडियो काटकर वायरल की जिसकी वजह से सलमान अजहरी को गिरफ्तार किया गया है।
जनता के रिपोर्टर के संस्थापक रिफत जावेद ने लिखा, “मुफ्ती सलमान अजहरी की गिरफ्तारी बहुत ही शर्मनाक बात है।
हैरान भी नहीं हूं कि इसमें गुजरात पुलिस का हाथ है। ये वही पुलिस है जो काजल हिंदुस्तानी जैसे नफरत फैलाने वालों को नहीं पकड़ती।
डोंगरी के मुस्लिमों का क्या वो तो बस तीसरे दर्जे के कॉमेडियन और रियलिटी शो विजेता के लिए एकजुट होने में ही अच्छे हैं।
खुद को पत्रकार बताने वाला वाजिद खान ने सलमान अजहरी की फोटो वीडियो डालते हुए अजहरी को छोड़ने की मांग की।
वाजिद ने एक ट्वीट में लिखा, “वक्त के फिरओंन, तुम किस किस पे जुल्मों सितम ढाओगे। आज नहीं तो कल ज़रूर हश्र में पछताओगे।”
इसके अलावा यह भी बताया कि AIMIM के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान ने घाटकोपर में मुफ्ती से मुलाकात की और साथ में लिखा कि भारत का हर मुसलमान सलमान अजहरी के साथ खड़ा है।
बायो में खुद को खेल पत्रकार लिखने वाले रेहान मलिक ने भी इस मुद्दे को उठाया। रेहान ने लिखा, “मुसलमानों आज आवाज नहीं उठाओगे तो कल दबा दिए जाओगे, फिर रोना मत, मुस्लिमों के लिए एकजुट होने का समय है।”
रेहान ने अपने एक ट्वीट में मुफ्ती सलमान की तुलना औरंगजेब आलम से की और ये भी कहा कि हर मुसलमान को अजहरी का समर्थन करना चाहिए।
बता दें कि केवल इस्लामी पत्रकार ही नहीं, बल्कि सोशल मीडिया पर #ReleaseMuftiSalmanAzhari #IStandWithSalmanAzhari जैसे हैशटैग चलाए जा रहे हैं।
इससे पहले सलमान अजहरी के समर्थक सड़कों पर उतरकर बवाल करने लगे थे। हालांकी पुलिस ने फिर मौलाना से बयान दिलवाया। जिसमें भीड़ से शांत रहने की अपील की गई।
मालूम हो कि सलमान अजहरी की एक मिनट 53 मिनट की वीडियो इस माह के शुरुआत में खूब वायरल हुई।
इस वीडियो में अजहरी को कहते सुना गया कि बुत रखने से मस्जिद बुतखाना नहीं बनेगा। इसके अलावा वीडियो में हिंदुओं की तुलना कुत्तों से की गई थी और मुसलमानों को भी भड़काने का काम हुआ था। वीडियो में मौलाना ने कहा था,
मुसलमानों घबराओ मत, अभी खुदा की शान बाकी है। अभी इस्लाम जिंदा है, अभी कुरान बाकी है, ऐ जालिम काफिर क्या समझता है जो रोज हमसे उलझता है, अभी तो कर्बला का आखिरी मैदान बाकी है। कुछ देर की खामोशी है, किनारा आएगा…आज कुत्तों का वक्त है, कल हमारा दौर आएगा।
इस भाषण के वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद ही मौलाना पर एफआईआर हुई और गुजरात एटीएस ने जाकर मौलाना को गिरफ्तार किया।