यूपीएससी के लोकप्रिय कोचिंग सेंटर दृष्टि के डॉ. विकास दिव्याकीर्ति का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इसमें वह सीता मैया की तुलना कुत्ते के चाटे हुए घी से करते नजर आ रहे हैं।
अब इस क्लिप के वायरल होने के बाद ट्वीटर पर हैशटैग #BanDrishtiIAS टॉप ट्रेंड कर रहा है। ट्विटर यूजर्स दृष्टि एकेडमी को बैन करने की मांग कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि भगवान राम और सीता मैया पर डॉ. विकास दिव्यकीर्ति की बेतुकी टिप्पणी से हिंदुओं की भावनाएं आहत हुई हैं।
साध्वी प्राची ने ट्वीट कर लोगों से अपील की है कि सनातनियों के ट्वीट हर सेकेंड आने चाहिए। हिंदुत्व का अपमान भारत अब और बर्दाश्त नहीं करेगा। इसके बाद से ट्विटर पर #BanDrishtiIAS हैशटैग के साथ प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है।
लोग पूछ रहे हैं, विकास दिव्यकीर्ति जैसे तथाकथित धर्मनिरपेक्ष लोग केवल हिंदू धर्म का अपमान करने का दुस्साहस कहां से इकट्ठा करते हैं? क्या उनमें दूसरे धर्मों के जरिए लोगों के बीच मिसाल कायम करने की हिम्मत नहीं है। क्या उदाहरण के लिए हिंदू देवी-देवताओं के नाम हैं?
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति एक शिक्षक और लेखक हैं। वह दृष्टि द विजन नाम से एक कोचिंग सेंटर चलाते हैं, जो पूरी तरह से यूपीएससी की तैयारी के लिए समर्पित है। इसकी स्थापना 1999 में उन्होंने डॉ. तरुना वर्मा के साथ मिलकर की थी। कोचिंग सेंटर शुरू करने से पहले डॉ. विकास दिव्याकीर्ति एक जाने-माने आईएएस अधिकारी थे।