
2024 लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के खिलाफ बना इंडिया गठबंधन इन दिनों सुस्त पड़ा हुआ है। इसकी मुख्य वजह पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव बताया जा रहा है।
भारतीय संघ के गठन में अहम भूमिका निभाने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा कांग्रेस पर गठबंधन में दिलचस्पी नहीं लेने का आरोप लगाया जा रहा है।
इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उनसे मुलाकात की थी। सपा प्रमुख अखिलेश यादव मध्य प्रदेश में कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग चाहते थे, लेकिन ऐसा न होने की वजह से नाराज दिखे।
मुबंई में लगभग दो महीने पहले इंडिया गठबंधन की बैठक हुई थी। जिसमें पांच समितियां गठित की गई थी। फिर आगे की कार्ययोजना बनाने के लिए दो समितियों की एक बार और दो बैठक हुई थी।
इस बीच राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, मिजोरम और तेलंगाना राज्यों में विधानसभा चुनावों की घोषणा कर दी गई।इन पांचों राज्यों में कांग्रेस बीजेपी के मुकाबले काफी मजबूत दिखाई दे रही है।
जोकि चुनाव के लिए बेहद अहम साबित हो सकता है। इसको लेकर कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के सभी गतिविधियों को रोक दिया है।
इंडिया गठबंधन सहयोगियों के बीच समन्वय के लिए एक समिति का गठन किया गया है। जिसमें दो बैठकें हुईं और भोपाल में संयुक्त रैली करने पर सहमति बनी।
इस बीच सनातन धर्म वाले बयान पर विवाद खड़ा हो गया और मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने भोपाल में रैली रद्द कर दी।
इसके बाद इस समिति की कोई बैठक नहीं हो सकी। इसकी वजह से संयुक्त रैली की जगह व तारीख अभी तय नहीं हो सकी है। इंडिया गठबंधन को लेकर सचिवालय का भी गठन नहीं हो पा रहा है।
कांग्रेस नेता घटक दलों को एकजुट करने के लिए विधानसभा चुनाव नतीजों को फेविकोल बता रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष के कार्यालय समन्वयक और राज्यसभा सदस्य सैयद नासिर हुसैन का कहना है कि लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर मौजूद है।
पांच राज्यों में कांग्रेस का मुकाबला बीजेपी और क्षेत्रीय पार्टियों से होने वाला है और हम सभी राज्यों में सरकार बनाएंगे।