हैदराबाद यूनिवर्सिटी (Hyderabad University) में गुजरात दंगों पर बनी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग पर बवाल हो गया। सोमवार, 23 जनवरी को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने कॉलेज प्रशासन से शिकायत की कि विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों को बीबीसी (BBC Documentary) की एक डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई थी। वह डॉक्यूमेंट्री, जिसके संबंध में सरकार ने ट्विटर और यूट्यूब को लिंक हटाने का निर्देश दिया है।
NDTV के मुताबिक, स्टूडेंट इस्लामिक ऑर्गनाइजेशन (SIO) और मुस्लिम स्टूडेंट्स फेडरेशन ने यूनिवर्सिटी के अंदर डॉक्यूमेंट्री प्रदर्शनी का आयोजन किया था। लगभग 50 छात्रों के एक समूह ने डॉक्यूमेंट्री देखी।
एबीवीपी के छात्र नेता महेश ने कहा कि हमने इस की जानकारी विश्वविद्यालय को देने के साथ ही आयोजकों पर कार्रवाई करने की मांग की गई है।
छात्र नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि कैंपस परिसर के अंदर बिना अनुमति के बीबीसी की एक डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की गई है
वहीं, कुछ छात्रों का कहना है कि सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने से पहले डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई थी। साथ ही छात्रों ने कुछ भी 'अवैध या गलत' करने से इनकार किया है। गाछीबौली पुलिस के मुताबिक अभी तक स्क्रीनिंग को लेकर कोई लिखित शिकायत नहीं की गई है।
आपको बता दें कि भारत सरकार ने हाल ही में जारी बीबीसी की एक डॉक्यूमेंट्री 'द मोदी क्वेश्चन' को प्रोपेगैंडा बताया है। सरकार का कहना है कि यह डॉक्यूमेंट्री मानहानि के नैरेटिव के तहत बनाई गई है।
दो एपिसोड की इस डॉक्यूमेंट्री का पहला भाग 17 जनवरी को जारी किया गया था। डॉक्यूमेंट्री में दंगों के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका पर सवाल उठाए गए हैं। दूसरा एपिसोड 24 जनवरी को रिलीज होना है।