केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को इंटेलिजेंस ब्यूरो यानी आईबी के अधिकारियों के साथ बैठक करने जा रहे हैं। खबर है कि यह बैठक दिन भर चल सकती है, जिसमें देश की सुरक्षा स्थिति, आतंकवादी खतरों और केंद्र और राज्य एजेंसियों के बीच समन्वय पर बड़ी चर्चा हो सकती है।
खास बात यह है कि पिछले सितंबर में एनआईए समेत कई एजेंसियों ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफए) के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी, जिसमें सैकड़ों कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार किया गया था।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बैठक सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे के बीच शहर के किसी गुप्त स्थान पर होगी। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एजेंसी से बात करते हुए कहा, "गृह मंत्री देश में मजबूत आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी सुरक्षा व्यवस्था, खुफिया जानकारी जुटाने के नेटवर्क और अन्य पहलुओं पर चर्चा करेंगे।"
बैठक के दौरान आतंकवाद के मौजूदा खतरे, वैश्विक आतंकवादी समूहों, आतंकवाद को वित्त पोषण, नार्को आतंकवाद, आपराधिक गठजोड़, साइबर स्पेस का दुरुपयोग, आतंकवादी लड़ाकों की गतिविधियों पर चर्चा की जा सकती है।
बैठक में खुफिया मामलों से जुड़े देश भर के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हो सकते हैं। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और आईबी प्रमुख तपन डेका भी बैठक में शामिल होंगे।
सितंबर में, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) सहित कई एजेंसियों ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया, जिसके बाद 106 पीएफआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। पीएफआई अध्यक्ष ओएमए सलाम को भी गिरफ्तार किया गया है। उन पर कथित तौर पर आतंकवादी गतिविधियों को समर्थन देने का आरोप लगाया गया था।