डेस्क न्यूज. राजस्थान के अलवर में हुई घटना के बाद लगातार आम जनता का प्रशासन के साथ-साथ सरकार को लेकर विरोध बढ़ रहा है। मामले के 7 दिन होने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली नजर आ रहे है। लेकिन इस बीच डॉक्टर्स के लगातार बयान आ रहे है लेकिन गौर करने वाली बात है कि इन बयानों को अगर ध्यान से देखा जाए तो कुछ संदेह होता नजर आ रहा है। आखिर ऐसा क्यों कहा जा रहा है आप भी पढिए...
अस्पताल अधीक्षक डॉ. अरविंद शुक्ला के अनुसार, बच्ची की हालत स्थिर है। गैंगरेप के बाद किसी नुकीली चीज से उसके पार्ट पर जख्म दिए गए हैं। जिससे प्राइवेट पार्ट और मलद्वार एक हो गए है।
मामले की जांच अब सीबीआई करेगा, राज्य सरकार के बढ़ते विरोध के कारण लगातार सरकार पर सवाल उठ रहे थे। चौतरफा विरोध के बाद सरकार ने मामला सीबीआई को दे दिया। बता दें कि कई विपक्ष के नेताओं ने इसको लेकर सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखा था।
ANI न्यूज एंजेसी के ट्वीटर हैंडल से प्राप्त खबर के अनुसार डॉ. अरविंद शुक्ला बोले- पीड़िता के प्राइवेट पार्ट में कोई चोट नहीं है. पीड़िता को चोट कैसे आई ये आपको मेडिकल जूरिस्ट और पुलिस बता सकते हैं।
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