करौली के हिंडौनसिटी के चौबे पाड़ा, दुब्बे पाड़ा, काना हनुमान पाड़ा, पाठक पाड़ा, जाट की सराय, गुलशन कॉलोनी, बाइपास सहित कई कॉलोनियों में जलदाय विभाग की एक टंकी से पानी सप्लाई होता है। 4 दिन पहले इस इलाके में पानी पीने से उल्टी-दस्त के मरीज आना शुरू हुए।
एक के बाद एक आने वाले बीमार बच्चों की कतार बढ़ने लगी और अस्पताल में बेड कम पड़ने लगे। अब तक 130 से ज्यादा बच्चे गंदा पानी पीने की वजह से हिंडौन के जिला अस्पताल में भर्ती है। इनमे से लगभग 20 बच्चों की हालत गंभीर होने की वजह से उन्हें जयपुर SMS रेफर किया गया।
हिंडौन के शाहगंज निवासी 12 वर्षीय देवकुमार पुत्र गिरधारी कोली को देर रात को उल्टी-दस्त होने लगी। परिजन मंगलवार सुबह उसको लेकर हिंडौन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बच्चे की मौत के बाद लोगों ने जलदाय विभाग और प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जताया। लोगों का कहना है कि जलदाय विभाग ने पिछले काफी समय से टंकी की सफाई नहीं कराई है। दूषित पानी सप्लाई की शिकायत उन्होंने कई बार की, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया।
लोगों ने जलदाय विभाग के कर्मचारियों पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए कहा कि जब दूषित पानी से बच्चे बीमार होने लगे तो कर्मचारियों ने बचने के लिए टंकी पर सफाई की तारीख 14 अक्टूबर लिख दी है।
उधर जब मामला उठा था 4 दिन बाद जलदाय मंत्री महेश जोशी के निर्देश पर जयपुर से जलदाय विभाग के मुख्य अभियंता केडी गुप्ता टीम के साथ हिण्डौन पहुंचे वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया भी हाजरी देने हिण्डौन के लिए रवाना हो चुके हैं जो पीड़ितों से मुलाकात कर प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे।
लेकिन सवाल ये है कि क्या 4 दिन तक सरकार और मंत्री बच्चों के मरने का इंतजार कर रहें थे ? भारत जोड़ो यात्रा में मस्त कांग्रेस सरकार के मंत्रियों ने बच्चों की एक सुध तक नहीं ली.. ना ही विपक्ष की भूमिका निभाने वाली बीजेपी सरकार आगे आई।