
Rajasthan Election 2023: लोकतंत्र के उत्सव से पहले देवउठनी एकादशी के अबूझ सावे को लेकर घर-घर भले ही उत्साह हो, लेकिन चुनावों ने ब्याह को महंगा कर दिया है।
शादी के खर्चे 25 से 30 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई है। आवागमन के संसाधानों से लेकर मैरिज गार्डन, होटल, लवाजमा, खाद्य सामग्री और सब्जी सब महंगे हो गए है।
शादी वाले घरों में टेंशन बढ़ती जा रही है। प्रदेश में 45 से 50 हजार शादियां है। राजधानी जयपुर में ही ढाई हजार से अधिक शादियां है। इसे लेकर बाजार में मारामारी नजर आने लगी है।
देवउठनी एकादशी का स्वयंसिद्ध अबूझ मुहूर्त होने से 147 दिन बाद फिर से शादी-ब्याह आदि मांगलिक कार्य शुरू होंगे।
इसे लेकर घर-घर उल्लास नजर आ रहा है। वहीं मैरिज गार्डन आदि सज चुके है। मैरिज गार्डनों में अभी से रौनक नजर आने लगी है।
बाजार में लोगों की भीड़ नजर आ रही है। सुबह से रात तक बाजार में खरीददारी जोरों पर है, लेकिन चुनाव के चलते इस बार तैयारियों में खलल पड़ा है।
जानकारों की मानें तो शादी-ब्याह का खर्चा 25 से 30 फीसदी बढ़ गया है। इसे लेकर लोगों का बजट गड़बड़ा गया है। कुछ लोगों को बजट का इंतजाम करने के लिए पसीने आ रहे है।
लोगों को हलवाई, मजदूर, कैटरिंग वाले नहीं मिल रहे है। बारात की बस दोगुने दामों में हो रही है। कार व छोटी गाड़ियां भी महंगी मिल रही है। खाद्य सामग्री से लेकर सब्जी सब महंगी हो गई है।
आगरा रोड पर रहने वाले मुरारी लाल मीणा ने बताया 23 नवंबर को उनकी दो बेटियों की शादी है। शादी के लिए तय बजट से अधिक खर्चा हो रहा है। मैरिज गार्डन बुक किया है, वहां गार्डन वाले चुनाव के लिए बुक कर लिया। 4 बजे बाद गार्डन देने की बात कह रहा है, जबकि 7 बजे बारात आने का समय है।
बस, कार व लोडिंग वाहन 20 से 30 , टेंट का सामान, लाइट व साउंड 20 से 25 वहीं हलवाई, कैट्र्स व फोटोग्राफर 20 से 25 , फल, सब्जियां, फूल 15 से 20 प्रतिशत महंगे हो गए।
ज्योतिषाचार्य पं अक्षय शास्त्री ने बताया कि आषाढ़ शुक्ल एकादशी पर 29 जून को देव शयन हुए थे, इसके बाद ही मांगलिक कार्यों पर रोक लगी।
अब 147 दिन अर्थात् 4 महीने 25 दिन बाद कार्तिक शुक्ल एकादशी पर 23 नवम्बर को देवप्रबोधिनी एकादशी (देवउठनी) पर विवाह आदि मांगलिक कार्य प्रारम्भ हो रहे है।
ऑल वेडिंग इंस्डस्ट्रीज फैडरेशन राजस्थान के महामंत्री भवानी शंकर माली ने बताया कि चुनावों के बीच शादियों होने से लोगों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।
जयपुर जिले में 5 हजार से अधिक शादियां हो रही है। जबकि प्रदेश में 45 से 50 हजार शादियां हो रही है।
राजधानी जयपुर में ही ढाई हजार से अधिक विवाह के आयोजन हो रहे है। पिछली देवउठनी एकादशी से इस बार 25 से 30 प्रतिशत महंगाई की मार है।
खाद्य सामग्री, ज्वैलरी लेकर मैरिज गार्डन, टैंट लाइट फ्लोवर, टेंट लवाजमा सब महंगे है।
ऑल इंडिया टेंट डेकोरेटर्स वैलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि जिंदल ने बताया कि चुनाव के बीच शादी होने से हर चीज की मारामारी है।
बसें दोगुने दाम में नहीं मिल रही है। कार व लोडिंग वाहन भी लोगों को अधिक दामों में मिल रहे है। होटल से लेकर लेबर महंगी हो गई है। देवउठनी एकादशी की शादियां डेढ़ गुणा तक महंगी हो गई है।