
Rajasthan Election 2023: राजस्थान का चुनाव काफी दिलचस्प होता जा रहा है। बीजेपी और कांग्रेस ने 200 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए है। इस बार बीजेपी ने हिन्दूत्व का कार्ड खेलते हुए एक भी मुस्लिम प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया है।
जबकि प्रदेश में कुल 5.25 करोड़ से अधिक मतदाताओं में से 62 लाख से अधिक मतदाता मुस्लिम हैं। बल्कि 3 मुस्लिम बहुल सीटों पर संतों को उतारा है।
इसे ध्रुवीकरण की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है, जिससे बीजेपी के नजदीकी प्रत्याशी को फायदा होगा।
इस बार के चुनाव में दो सीटों पर तो सीधे मुस्लिम चेहरों से मुकाबला है। यही नहीं, टिकट कटने से नाराज पूर्व मंत्री और पिछली बार टोंक से भाजपा प्रत्याशी रहे यूनुस खान तो पार्टी से नाता तोड़ कर डीडवाना से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ भाजपा सरकार में राज्यमंत्री के दर्जे पर रहे अमीन पठान ने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया हैं।
पिछले चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर 8 मुस्लिम चेहरे जीते थे। इस रणनीति को अपनाते हुए कांग्रेस ने 15 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारे है।
प्रदेश में करीब 40 सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं का असर रहता आया है। इनमें सीकर, झुंझुनूं, चूरू, जयपुर, अलवर, भरतपुर, नागौर, जैसलमेर और बाड़मेर जैसी 16 सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशी जीतते भी रहे हैं। 24 सीटें ऐसी हैं जहां सबसे बड़ा मुस्लिम वोट बैंक है।
यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला। ऐसे में भाजपा को फायदा मिल सकता है। क्योंकि इस सीट की प्रकृति पिछले तीन चुनावों से यही दिखी है।
कांग्रेस ने इमरान खान को उतारा, जिन्हें पहले बसपा ने टिकट दिया था। रातोंरात पार्टी बदलकर वह कांग्रेस के प्रत्याशी बन गए।