लोकसभा चुनाव के पहले दल बदल की राजनीति का दौर चल रहा है। ऐसा ही नजारा राजस्थान से भी सामने आ रहा है।
कांग्रेस सहित कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। जिनमें पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री, विधायक, प्रधान, जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्यों सहित 1370 लोगों को सीएम भजनलाल शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी की मौजूदगी में भाजपा में शामिल कराया गया।
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि 1951 में श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा देकर जनसंघ की नींव रखी थी। अब यह विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बन गया है।
नेताओं के बीजेपी में शामिल होने को लेकर कांग्रेस ने कहा कि जिन्होंने जिंदगीभर किसान कौम के वोट लिए, वे आज ऐसे दल में गए हैं जिसकी नीतियां किसान विरोधी हैं।
विपक्षी दलों को कुचलने, कमजोर करने के लिए भाजपा सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर दबाव व डर का वातावरण बना रही है। सत्ता के स्वार्थ में गए नेता जनाधार खो चुके हैं, उनके जाने से पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
1370 लोगों के बीजेपी में शामिल होने पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि जो नेता पार्टी से जा रहे हैं, उन्हें कांग्रेस ने पहचान दी और बड़े पदों पर बैठाया, लेकिन वे मुश्किल वक्त में पार्टी छोड़कर भाग रहे हैं।
यह वक्त किसी दबाव के आगे झुकने का नहीं, लोकतंत्र को बचाने का है। राहुल गांधी और उनके परिवार को कई दिन तक ईडी ने परेशान किया लेकिन वह मजबूती से इसका मुकाबला कर रहे हैं।