
वरिष्ठ शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी भूपेंद्र सारण के घर के एक हिस्से पर जेडीए का बुलडोजर चल गया। यह कार्रवाई शुक्रवार दोपहर करीब चार बजे शुरू हुई। घर के अवैध हिस्से पर बुलडोजर चला दिया गया।
जेडीए ट्रिब्यूनल कोर्ट में आज मामले की सुनवाई हुई थी, जिसमें ट्रिब्यूनल ने अपना फैसला जेडीए के पक्ष में सुनाया। जेडीए को अवैध हिस्से को गिराने और स्वीकृत हिस्से को सुरक्षित रखने को कहा गया है। ट्रिब्यूनल ने भूपेंद्र सारण की याचिका खारिज करते हुए आदेश दिए थे।
जेडीए ने भी 4 पेज का जवाब सौंपा। इसमें कहा गया है कि पेपर लीक का मामला साधारण अवैध निर्माण का मामला नहीं है। हजारों बेरोजगारों का भविष्य और उनकी भावनाएं मायने रखती हैं। भूपेंद्र सारण के घर के बाहर सुबह ही बुलडोजर पहुंच गए थे।
कार्रवाई दोपहर बाद शुरू हुई। इस मामले में गुरुवार को सारण की पत्नी देवर की ओर से अपील दाखिल करने के बाद कोर्ट ने जेडीए को नोटिस जारी करते हुए आज अपना पक्ष रखने को कहा। कोर्ट ने जेडीए को सुनवाई पूरी होने तक कार्रवाई नहीं करने का आदेश दिया था।
भूपेंद्र की पत्नी एलची सारण के साथ भाई गोपाल सारण की पत्नी इंदूबाला सारण और खुद गोपाल सारण के द्वारा अलग-अलग दो अपील दायर कर नोटिस को चुनौती दी और कार्रवाई नहीं करने और स्टे देने का अनुरोध किया। ट्रिब्यूनल के अलावा सरन ने राजस्थान हाईकोर्ट की जयपुर बेंच में भी एक याचिका दायर की थी, जिसे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था।