राजस्थान की राजधानी जयपुर में खुलेआम ऑनलाइन सेक्स रैकेट (Online Sex Racket in Jaipur) का धंधा चल रहा है। यह तो तब है जबकि यहां पर पुलिस के तमाम आलाधिकारी बैठते है ऐसे में पुलिस को इस काले धंधे की खबर न हो यह कैसे संभव है? संभवत: इस गंदे काम में कुछ पुलिस वालों की भी कहीं न कहीं मिलीभगत हो सकती है।
कानून को ताक पर रख कर इस गंदे काम से बेखौफ दलाल रोज लाखों रुपये की चांदी फूट रहे हैं। Since Independence ने इसी तरह से चलने वाले ऑनलाइन सेक्स रैकेट की पड़ताल करने की कोशिश की है। हमारी इस पड़ताल में आप जानेंगे कि राजस्थान की राजधानी में किसी तरह से सोशल मीडिया के माध्यम से सेक्स रैकेट का जाल फैल रहा है।
सोशल मीडिया के जरिए दलालों ने अपने अलग-अलग प्लेटफार्म जैसे ट्वीटर, फेसबुक पर अलग-अलग नाम से अकाउंट बना रखे हैं, जिसके माध्यम से दलालों द्वारा दिए गए नंबरों पर ग्राहकों द्वारा सम्पर्क किया जाता है। इस पड़ताल को आगे बढाते हुए सिंस इंडिपेडेंस की टीम ने ट्वीटर पर दिए गए नंबर पर कॉल करके एक दलाल से सम्पर्क किया। दलाल से लड़की उपलब्ध कराने के संबंध में क्या बात हुई यह हम आपको बताते हैं...
मोबाइल पर एक दलाल से रिपोर्टर की बातचीत
रिपोर्टर- लड़की का फोटो भेजो
दलाल- कहां पर चाहिए
रिपोर्टर- जयपुर में
दलाल- जयपुर में कहां पर चाहिए
रिपोर्टर- मानसरोवर
दलाल- ठीक है
रिपोर्टर- अब फोटो भेजो
दलाल- ठीक है, व्हाटसप पर जगह का नाम लिख कर हैलो लिखो
रिपोर्टर- हैलो
दलाल- मुझे अपने होटल का नाम बताओ
रिपोर्टर- मानसरोवर
(इसके बाद दलाल के द्वारा एक के बाद एक 15 लड़कियों के फोटो भेजे गए)
रिपोर्ट- कितना पेमेंट होगा?
दलाल- 10 हजार नाइट
रिपोर्टर- पेमेंट कैसे करना है?
दलाल- ड्राइवर को देना है लड़की आने के बाद
रिपोर्टर- बाकि कोई दिक्कत वाली बात तो नहीं है ना
दलाल- नहीं नहीं कोई दिक्कत की बात नहीं है।
फोन पर बात करने के बाद हमारे रिपोर्ट ने दलाल के नंबर पर हैलो के मैसेज के साथ ही जगह का नाम भेजा। इसके बाद एक-एक करके 24 लड़कियों के फोटो हमें भेजे गए।
आपको जानकार हैरानी होगी की महज Twitter पर एक सर्च में आपको सैकड़ों की संख्या में दलालों के नंबर उपलब्ध हो जाएंगे। इसी के साथ दलाल आपको व्हाट्सएप के माध्यम से कई लड़कियों के फोटो भेजेगा। Since Independence की पड़ताल में देखा गया कि दलाल बेखौफ होकर ट्वीटर के अलावा अन्य सोशल मीडिया के माध्यम से ग्राहकों तक पहुंच रहे हैं।
दलालों के द्वारा लड़कियों की उम्र, प्रति रात, घंटे और व्यक्तियों के हिसाब से वकायदा रेट निर्धारित कर रेट मेन्यू तैयार कर रखा है। जिसे इन दलालों द्वारा साइट पर भी डाल रखा है। इसकी के साथ व्हाट्सप पर ग्राहकों द्वारा रेट पूछने पर दलाल द्वारा रेट लिस्ट आसानी से उपलब्ध कराई जाती है।
सोशल मीडिया अकाउंट के अलावा दलालों ने Jaipur Escort Service के लिए कई बेवसाइट बना रखी हैं, जिस पर लड़कियों की अलग-अलग प्रोफाइल दी गई है। इसी केै साथ साइट पर ग्राहकों को दी जाने वाली सर्विस का ब्यौरा भी दिया गया है। जयपुर में इस तरह की Escort Service सर्विस उपलब्ध कराने के लिए कई साइट धड़ल्ले से चल रही हैं।
इतने बड़े स्तर पर सोशल मीडिया के माध्यम से लड़कियां उपलब्ध कराने का खेल राजस्थान की राजधानी जयपुर में चल रहा है। लेकिन बड़ा सवाल खड़ा होता है क्या पुलिस इस पूरे खेल से बेखबर है या फिर बात कोई और है?
सिंस इंडिपेडेंस दलालों के द्वारा किए गए किसी भी तरह के दावे की पुष्टि नहीं करता है।