साल 2022 की शुरुआत में 11 जनवरी को अलवर में एक मूकबधिर लकड़ी की खून से लथपथ हालत में तिजारा पुलिया पर मिली थी। अलवर पुलिस आज तक इस बात का खुलासा नहीं कर पाई कि उस रात उस मासूम के साथ आखिर हुआ क्या था।
अब एक मामला अलवर जिले के नौगांवा थाना क्षेत्र से सामने आया है जहां पर एक 19 वर्षीय मूकबधिर और मानसिक रूप से विक्षिप्त 19 वर्षीय लड़की को पड़ोस के ही 60- साल के बुजुर्ग ने अपनी हवस का शिकार बना लिया।
आरोपी ने 2 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे वारदात को अंजाम दिया। उस समय बच्ची की मां खेत में काम करने गई हुई थी। लड़की घर में अकेली थी। मौका देख पड़ोसी घर में घुसा और लड़की के साथ दुष्कर्म किया।
जब मां वापस लौटी तो उसने अपनी बेटी के कपड़े अस्त-व्यस्त पाए। किसी अनहोनी की आशंका के चलते उसने पड़ोसियों से पूछा तो जानकारी मिली कि पड़ोसी घर में घुस था। मां बेटी को लेकर सीधे थाने गई। पूछताछ में आरोपी ने यह भी कबूल किया कि उसने वारदात को अंजाम दिया है।
पीड़िता का मेडिकल कराया गया है जिसमें रेप की पुष्टि हुई है। मंगलवार को आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया है। जहां उसे पुलिस को रिमांड पर सौंप दिया गया है।
नौगावां थाने में 2 अक्टूबर की रात महिला अपनी बेटी को लेकर पुलिस के पास पहुंची और पुलिस में शिकायत की। इसके बाद देर रात पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया।
गिरफ्तारी 3 अक्टूबर को की गई थी। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया।
मंगलवार को आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया। लेकिन पीड़ित लड़की बोलने और सुनने में असमर्थ होने के कारण कोर्ट में 164 और 161 का बयान नहीं दे सकती।
वह सुन नहीं सकती और बोल नहीं सकती। वह मानसिक रूप से भी 80 प्रतिशत विकलांग हैं। ऐसे मामलों में अदालत में केवल पीड़ित परिवार के सदस्यों और गवाहों के बयानों पर ही विचार किया जाता है। बाकी मेडिकल रिपोर्ट के सबूत महत्वपूर्ण हैं।
बेटी को देख मां के होश उड़ गए पीड़िता की मां ने रिपोर्ट में बताया कि वह 2 अक्टूबर की दोपहर करीब 12 बजे खेत में काम करने गई थी। घर पर उसकी 19 वर्षीय मूक-बधिर बेटी अकेली थी। शाम 5 बजे जब वह खेत से लौटी तो उसने अपनी बेटी को देखा।
उसके कपड़े अस्त-व्यस्त थे। बेटी ने अपने कपड़े उलटे पहने हुए थे। मां को एहसास हुआ कि बेटी के साथ कुछ गलत हुआ है। घर पर आए अपने पड़ोसी से तुरंत पूछा। इसके बाद आरोपी का पता लगा लिया गया। फिर नौगांव थाने में जाकर उसके खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया।
इस घटना के बाद आसपास के लोगों में भी आक्रोश है। उनका कहना है कि नवदुर्गा पूजा के समय आरोपी ने एक कमजोर लड़की के साथ शर्मनाक घटना को अंजाम दिया। यह समाज के लिए असहनीय है। लगातार अलवर जिले में रेप की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।
इसी साल 11 जनवरी को आधी रात को एक मूक बधिर बच्ची पुल पर खून से लथपथ मिली थी। इस मामले में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। क्योंकि पुलिस ने पहले इसे रेप का मामला बताया और फिर इसे हादसा बताया।