अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है। 22 जनवरी को मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। रामलला को संगमर के 8 फीट ऊंचे स्वर्ण मंडित सिंहासन पर विराजमान किया जाएगा।
इसी के साथ ही लोगों में रामलला की मूर्ति को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है कि कैसी होगी रामलला की मूर्ति।
राम मंदिर के गर्भगृह में कमल के फूल पर सवार रामलला की 51 इंच की बाल प्रतिमा देखी जा सकती है। इस प्रतिमा का निर्माण बाल सुलभ शास्त्र संवत के मूर्तिकला कला के विशेषज्ञों द्वारा किया जा रहा है।
राम लला के मंदिर में बेहद ही खास मूर्ति को स्थापित किया जाएगा। मूर्ति निर्माण में विशेष सावधानी बरती जा रही है।
मूर्तियों के निर्माण में शामिल मूर्तिकला विशेषज्ञ कड़ी मेहनत के साथ मूर्ति को अंतिम रूप देने में जुटे हुए है। सुबह से शाम तक मूर्ति बनाने में लगे हुए है।
मूर्तियों के निर्माण का लगभग 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। जल्द ही मूर्ति राम मंदिर फाउंडेशन को सौंप दी जाएगी। 22 जनवरी 2024 को रामलला भव्य मंदिर में विराजमान होंगे
मूर्तिकार विपिन भदोरिया ने कहा कि रामलला की मूर्ति पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा आश्चर्य होगी।
रामलला की खूबसूरत मूर्ति अपनी तरह की पहली मूर्ति होगी। इस मूर्ति में कुछ ऐसा होगा जो आज के पहले लोगों ने नहीं देखा होगा। बालक रूप में 5 साल के रामलला हाथ में धनुष लिए नजर आएंगे।
रामलला के मूर्ति में नक्काशी की गई है। मूर्तिकार विपिन भदोरिया ने बताया कि रामलला की मूर्ति बनाने का काम जारी है।
इसके साथ ही मूर्तिकार किसी से मुलाकात भी नहीं कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमारी प्राथमिकता है। समय पर मूर्ति को तैयार करना।