Ram Mandir: अयोध्या में रामलला के दरबार में जल्द ही 18 शुभ प्रतीकों वाले कपाट लगा दिए जाएंगे। इन्हें महाराष्ट्र के साखू से तैयार किया गया है। जिन पर आकर्षक नक्काशी की गई है।
इनके ऊपर तांबे की परत है, जिसे सोने से मढ़ा गया है। सभी दरवाजे रामसेवकपुरम की कार्यशाला में तैयार किए गए हैं।
हैदराबाद की अनुराधा टिंबर इंटरनेशनल कंपनी मंदिर के 4 दर्जन से ज्यादा दरवाजे तैयार किए हैं। कंपनी के शरत बाबू ने बताया कि दरवाजे एक हजार साल तक बने रहेंगे।
कार्यशाला में 60 दक्षिण भारतीय और स्थानीय कारीगर- कर्मचारी इस काम में लगे हुए हैं। इसमें सभी धर्मों के लोग शामिल है।
प्राण प्रतिष्ठा के लिए मेहमानों को निमंत्रण पत्र डाक या कूरियर से नहीं, बल्कि हाथों से सौंपे जाएंगे।
मंदिर ट्रस्ट के प्रतिनिधियों और बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों के जरिए सभी मेहमानों को बुलाया जाएगा।
इसके अलावा रामलला तीर्थ क्षेत्र के विभिन्न प्रतिनिधि, आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद और उनके सहयोगी भी नियंत्रण पत्र बांटने में मदद कर रहे हैं।
कुछ मेहमानों को न्योता पहले ही मिल चुका है। पत्र पर भगवान राम की छवि है। ट्रस्ट की ओर आमंत्रित सदस्यों में 7000 से अधिक मेहमान शामिल हैं।
काशी में जिस भव्यता के साथ मां गंगा की आरती होती है, उसी तरह अयोध्या में सरयू आरती भी होगी।
इसके लिए काशी से दो विद्वान अयोध्या बुलाए जाएंगे। इसकी जानकारी पर्यटन-संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी है।