नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की पूर्व CEO चित्रा रामकृष्ण के मुंबई स्थित निवास प आयकर विभाग ने छापे की कार्रवाई की है। चित्रा पर आध्यात्मिक गुरु के साथ कॉन्फिडेंशियल इन्फॉर्मेशन साझा करने का आरोप सामने आया है। सेबी ने हाल ही में 11 फरवरी को रामकृष्ण पर फाइन लगाया था। मार्केट रेगुलेटर ने एक्सचेंज की कॉन्फिडेंशियल इन्फॉर्मेशन को किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ साझा करने के लिए चित्रा पर 3 करोड़ रुपए का फाइन लगाया था। बता दें कि रामकृष्ण ने दिसंबर 2016 को CEO का पद छोड़ा था।
सेबी के आदेश में ये भी बताया गया है कि रामकृष्ण ने 'योगी' के साथ एनएसई की वित्तीय और व्यावसायिक योजनाओं, प्रॉफिट सिनेरियो और फाइनेंशियल रिजल्ट्स सहित कुछ इंटरनल सूचनाएं भी शेयर की। इससे उन लोगों को अवैध रूप से फाइनेंशियल प्रॉफिट हुआ था।
चित्रा रामाकृष्ण चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। 2013 में चित्रा NSE की पहली महिला MD और CEO बनी थीं। 2013 में चित्रा फोर्ब्स वुमन लीडर ऑफ द ईयर भी चुनी गई थीं। 2016 में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
अगले ही साल उन्हें मार्च में 20 पर्सेंट इंक्रीमेंट दिया गया और पांच हफ्ते के बाद ही वेतन 15% और बढ़ा दिया गया। इसकी वजह ये कि चित्रा ने आनंद को बेस्ट रेटिंग दी थी। 2016 तक पैकेज बढ़ाकर 4.21 करोड़ कर दिया। आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति के वक्त HR डिपार्टमेंट से भी मशविरा नहीं लिया गया। इस पद के लिए केवल एक व्यक्ति का इंटरव्यू हुआ था जो आनंद सुब्रमण्यम ही थे। सुब्रमण्यम को हफ्ते में केवल 3 दिन ऑफिस आने की भी छूट मिल गई थी। आनंद सुब्रमण्यम पर SEBI ने 2 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है।
सेबी ने रामकृष्ण पर तीन करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया था। यह कार्रवाई आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति को लेकर की गई थी। एक्सचेंज के कर्मचारियों की परफॉर्मेंस वैल्यूएशन पर 'योगी' से रामकृष्ण ने मशविरा लिया।
आयकर अधिकारियों ने कहा कि रामकृष्ण व अन्य के खिलाफ ये रेड इनकम टैक्स चोरी व वित्तीय घपले के आरोपों को ध्यान में रखकर की गई है। चित्रा को अप्रैल 2013 में एनएसई का एमडी व सीईओ बनाया गया था। वह दिसंबर 2016 तक इस पद पर रही थीं। जानकारी के मुताबिक, ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर आनंद सुब्रमण्यम के यहां भी छापेमारी हुई है।
Like Follow us on :- Twitter | Facebook | Instagram | YouTube