5G spectrum auction announced: देश में जल्द ही लोगों को 5जी मोबाइल सेवा मिलने वाली है। अब 5जी स्पेक्ट्रम की निलामी से इसका रास्ता साफ हो गया है। मंगलवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में आगामी 20 साल के लिए 5जी स्पेक्ट्रम की निलामी को मंजूरी मिल गई है।
नीलामी में सफल रहने वाली कंपनी इसके जरिए 5G सर्विस मुहैया करा सकेगी। यह मौजूदा 4G सर्विस से 10 गुना ज्यादा तेज होगी।
अभी देश में 5G सर्विस शुरू करने की तारीख तय नहीं हुुई है, लेकिन सरकार के जनादेश के अनुसार जो भी कंपनी स्पैक्ट्रम खरीदती है उसे 6 महीने से 1 साल के अंदर सर्विस शुरू करनी ही होगी। इसके लिए कई टेलीकॉम ऑपरेटर अपनी तैयारी पूरी कर चुके हैं, ऐसे में वह स्पैक्ट्रम खरीदने के 3 से 6 महीने के अंदर सर्विस शुरू कर सकते है।
20 साल वैलिडिटी टाइम के साथ कुल 72097.85 मेगाहर्ट्ज स्पैक्ट्रम की यह नीलामी जुलाई 2022 के आखिर में की जाएगी। बता दें कि यह निलामी स्पैक्ट्रम की लो (600 MHz, 700 MHz, 800 MHz), मिड फ्रीक्वेंसी बैंड (3300 MHz) और हाई (26 MHz) फ्रीक्वेंसी बैंड के लिए होगी।
भारत की बात करें को यहां 5G इंटरनेट सेवा शुरू करने के लिए तीन बड़ी प्राइवेट टेलिकॉम कंपनीयां भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन-आइडिया काम कर रही हैं। इन तीनों कंपनियों ने मोबाइल एसेसरीज बनाने वाली कंपनियों एरिक्सन और नोकिया के साथ मिलकर काम शुरू कर दिया है।
तेज स्पीड़ इनटरनेट सेवा प्राप्त होगी।
यूट्यूब पर वीडियो बिना बफरिंग के चलेगा।
वॉट्सऐप कॉल में आसानी होगी इससे आवाज बिना रुके और साफ-साफ आएगी।
लगभग 2 GB की मूवी करीब 10 से 20 सेकेंड में डाउनलोड हो जाएगी।
मेट्रो और बिना ड्राइवर चलने वाली गाड़ियों को ऑपरेट करना आसान होगा।
वर्चुअल रियलिटी और फैक्ट्री में रोबोट यूज करना ज्यादा आसान हो जाएगा।
5G आने से इंटरनेट ऑफ थिंग्स के जरिए ज्यादा से ज्यादा कंप्यूटर सिस्टम को एक साथ कनेक्ट करना आसान होगा।