व्यापार

गरीबी में आटा गीला, रेपो रेट में फिर हुआ इजाफा

Pulkit Sharma

बुलेट ट्रेन देश में कब आएगी इसको लेकर कोई सटीक अंदाजा लगाना तो सम्भव नहीं है, हालाँकि उसके आने से पहले उसकी गति का पूर्वानुमान देश की महंगाई दे रही है। पेट्रोल-डीजल, सिलेंडर,इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल,सब्जियां,दाल,रोजमर्रा के सामान, और सब कुछ। हर चीज़ में मन की गति के समान इजाफा देखने को मिल रहा है। नींबू ने तो हाल ही में पूरे देशभर के तोते उड़ा दिए थे।

खैर देश में बेलगाम हो रही इस महंगाई को लेकर चिंतित Reserve Bank of India (RBI) ने एक बार फिर से रेपो रेट (Repo Rate) में इजाफा किया है। इस बार इसमें 0.50% का इजाफा हुआ है और अब ये 4.90% पर पहुँच गया है। इसका मतलब ये हुआ की आप लोन लेना महंगा हो जाएगा। माफ़ कीजिएगा और महंगा हो जाएगा और जाहिर तौर पर अब आपको ज्यादा EMI चुकानी होगी। RBI गवर्नर और इतिहासकार शक्तिकांत दास(Shaktikant Das) ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ब्याज दरों पर को लेकर अपने नए फैसलों की जानकारी दी।

अथशास्त्रियों ने जताया था अनुमान
ब्लूमबर्ग द्वारा किये सर्वे में शामिल 41 में से 17 अर्थशास्त्रियों ने रेपो रेट में 0.50% बढ़त होने का अनुमान जताया था। कुछ अर्थशास्त्री का ये भी मानना है की RBI रेपो रेट (Repo Rate) को धीरे-धीरे प्री-कोविड लेवल 5.15% से ऊपर ले जाएगा। सामान्यतः मॉनेटरी पॉलिसी की मीटिंग हर दो महीने में होती है, लेकिन बीते दिनों RBI ने 2 और 3 मई को आपातकाल बैठक बुलाई थी और इसके बाद रेपो रेट (Repo Rate) को 4% से बढ़ाकर 4.40% कर दिया था।

रेपो रेट क्या होती है और इसका EMI से क्या संबंध है

रेपो रेट (Repo Rate) वो दर होती है जिस पर RBI अन्य बैंकों को लोन देता है, वहीँ बात अगर करें रिवर्स रेपो रेट (Reverse Repo Rate)की तो ये वो दर होती है जिसमे बैंको को RBI में पैसा रखने पर ब्याज मिलता है। RBI कई बार रिवर्स रेपो रेट को बढ़ा देता है ताकि बैंक ज्यादा ब्याज कमाने के लिए RBI को अधिक नकदी जमा करवाए।

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