आज 7-27-2022 बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट बैठक के फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि BSNL के रिवाइवल के लिए 1.64 लाख करोड़ रुपये के रिवाइवल पैकेज को मंजूरी दी गई है। इसके अलावा कैबिनेट ने भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) और भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड (बीबीएनएल) के विलय को मंजूरी दी।
सरकार ने BSNL के रिवाइवल के लिए 1,64,156 करोड़ रुपये के रिवाइवल पैकेज को मंजूरी दी है। इससे टेलीकॉम कंपनी को 4जी में अपग्रेड करने में मदद मिलेगी।केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव
BSNL के पास 6.80 लाख किमी से अधिक ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क है। वहीं, बीबीएनएल ने देश की 1.85 लाख ग्राम पंचायतों में 5.67 लाख किमी ऑप्टिकल फाइबर बिछाया है। यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड (यूएसओएफ) के माध्यम से बीएसएलएन बीबीएनएल द्वारा बिछाए गए फाइबर का नियंत्रण प्राप्त करेगा।
BSNL को 2020-21 में 7,441 करोड़ रुपये का घाटा हुआ। वित्त वर्ष 2019-20 में BSNL को 15500 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था, जबकि 2018-19 में करीब 14,202 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। 2017-18 में 7,993 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। 2016-17 में 4,793 करोड़ रुपये और 2015-16 में 4,859 रुपये का घाटा हुआ था। कंपनी 2010 से घाटे में चल रही है।
जहां एक तरफ भारत में 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी हो रही है। इस नीलामी में रिलायंस जियो, एयरटेल और अन्य कंपनियां हिस्सा ले रही हैं, वहीं दूसरी तरफ BSNL ने अभी तक 4जी सेवा जारी नहीं की है। ऐसे में यह निजी कंपनियों से काफी पीछे रह गई है। भारत में 4जी सेवा 2014 में शुरू की गई थी, 8 साल बाद भी BSNL अपनी 4जी सेवा शुरू नहीं कर पाई है।