डेस्क न्यूज़- राजस्थान में एक बार फिर से कोरोना का संक्रमण फैलने लगा है, शत-प्रतिशत क्षमता के साथ स्कूल खुलने के 24 घंटे के भीतर ही अब स्कूली छात्र-छात्राएं कोरोना की चपेट में आने लगे हैं, मंगलवार को जयपुर के महाराजा सवाई मानसिंह स्कूल में पढ़ने वाले दो छात्र कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जिसके बाद स्कूल प्रबंधन ने अगले 4 दिनों के लिए ऑफलाइन पढ़ाई पर रोक लगा दी है।
महाराजा सवाई मानसिंह स्कूल प्रबंधन समिति के सदस्य दामोदर गोयल ने बताया कि तीसरी और छठी कक्षा में पढ़ने वाले एक ही परिवार के भाई-बहन कोरोना संक्रमित आए हैं, सोमवार रात को संक्रमित बच्चों के परिजनों ने स्कूल प्रबंधन को जानकारी दी कि वे पॉजिटिव हैं, जिसके बाद स्कूल प्रबंधन ने एहतियात के तौर पर अगले 4 दिनों के लिए स्कूल बंद रखने का फैसला किया है, गोयल ने कहा कि इस दौरान ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी, जिससे स्कूल के अन्य बच्चे घर से ही पढ़ाई कर सकें।
राजस्थान में स्कूल खुलने के बाद राजधानी जयपुर के एसएमएस (सवाई मान सिंह) स्कूल में दो बच्चों के कोरोना पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मच गया है, इस बीच एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, कोरोना पॉजिटिव पाए गए बच्चों के माता-पिता भी संक्रमित पाए गए, परिवार बच्चों के साथ दो दिन पहले एक शादी में गया था, वहीं से संक्रमण की आशंका है, खास बात यह है कि बच्चों और मां में कोई लक्षण नहीं है, जबकि पिता को बुखार है, इसके बाद जब उनकी जांच हुई तो बच्चे भी कोरोना पॉजिटिव मिले। अभी तक प्रशासन ने बाकी स्कूलों में बच्चों की जांच नहीं करायी है।
वहीं महाराजा सवाई मानसिंह स्कूल में बच्चों के कोरोना पॉजिटिव आने से अभिभावकों में भय का माहौल है, अभिभावक रवि शर्मा ने बताया कि सरकार ने आनन-फानन में शत-प्रतिशत क्षमता के साथ स्कूल खोलने का फैसला किया है, जो कि बिल्कुल गलत है, वर्तमान में छोटे बच्चों के लिए टीका उपलब्ध नहीं है, ऐसे में जब तक छोटे बच्चों को टीके की दोनों खुराक नहीं मिल जाती, तब तक पूरी क्षमता से स्कूल नहीं खोले जाने चाहिए।
वहीं अभिभावक एकता संघ के संयोजक मनीष विजयवर्गीय ने ऑनलाइन शिक्षा को सुचारू रखने की बात कही है, विजयवर्गीय ने कहा कि फिलहाल कोरोना खत्म नहीं हुआ है, ऐसे में जब तक संक्रमण जड़ से खत्म नहीं हो जाता तब तक स्कूली बच्चों को ऑनलाइन मोड में ही पढ़ाई कराई जाए।
विजयवर्गीय ने कहा कि सरकार ने निजी स्कूलों को फायदा पहुंचाने के लिए शत-प्रतिशत क्षमता वाले स्कूल खोलने का जल्दबाजी में फैसला लिया है, जो गलत है, राजस्थान अभिभावक एकता संघ इसका कड़ा विरोध करता है।