डेस्क न्यूज. देश में कोरोना के नए वैरीएंट के अब-तक 45 मामलों के साथ 8 राज्य इसकी चपेट में आ गए हैं। अब-तक 60 से ज्यादा देशों में ये फैल चुका हैं। इसको लेकर चिंता इसलिए भी है क्योंकि कोरोना के नये वैरीएंट से ब्रिटेन में मौत का पहला मामला सामने आ गया है। कुछ लोग इसकी गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं। आपको याद होगा जब कोरोना का डेल्टा वैरीएंट आया था, तो उसका असर पहले तो देखने को कम मिला, लेकिन बाद में जब उसने तबाही मचाई तो अस्पतालों में बैड कम पड़ गए, इसलिए लोगों को सावधानी के साथ कोरोना की गाइडलाइंस का पालन करना होगा। जब आप कोरोना से सावधान रहेंगे, तभी आपका परिवार भी इससे बच पाएगा।
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देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के नये वैरीएंट ओमिक्रोन के मरीज
भारत में अब तक ओमिक्रोन के 45 मामले सामने आ चुके हैं। इधर दिल्ली में मंगलवार को चार लोग कोरोना के ओमिक्रोन वैरियंट से संक्रमित पाए गए हैं. इससे पहले सोमवार को महाराष्ट्र में कोरोना के दोनों डोज लगने के बाद भी दो लोग ओमिक्रोन से संक्रमित पाए गए। जोकि काफी चिंता का विषय है। महाराष्ट्र में अब तक 20 मामले, राजस्थान में 13, कर्नाटक में 3, गुजरात में 4, चंडीगढ़, केरल और आंध्र प्रदेश में 1-1, दिल्ली में 6 मामले सामने आए हैं।
हम ये सवाल इसलिए भी पूछ रहे हैं क्योंकि कुछ तस्वीरें सरकार की लापरवाही की गवाही देती नजर आ रही हैं और लगातार देश में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ रहा है। आप इस वैरीएंट की गंभीरता का अनुमान इस बात से ही लगा सकते हैं कि जैसे ही नये वैरीएंट की बात सामने आई तो 30 से अधिक देशों ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगा दी। इजराइल, जापान ने अपनी सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दिया।
कोरोना के नये वैरीएंट की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, उनकी सरकार संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जरूरत पड़ने पर क्रिसमस और नए साल पर प्रतिबंध लगाएगी। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि अभी यह कदम उठाने की जरूरत नहीं है। तमिलनाडु सरकार ने 31 दिसंबर और 1 जनवरी को सभी समुद्र तटों पर लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है।
पूरा विश्व कोरोना की महामारी झेल चुका है। हमारे देश में भी कोरोना ने कोई कम तबाही नहीं मचाई। ऐसा नहीं है कि उस समय सरकारों ने लोगों की मदद नहीं की, लेकिन आज सरकारें आखिर उन बातों को कैसे भुल गई। क्या सरकारों को जनता की जान से जरूरी हो गई है रैलियां? अगर सरकारों की रैलियों के कारण कोरोना फैलता है तो कौन इसकी जिम्मेदारी लेगा?