डेस्क न्यूज़: कोरोना वायरस महामारी (Corona Virus) से जूझ रही दुनिया में जुगाड़ की कमी नहीं है। हर कोई अपने-अपने तरीके से कोरोना वायरस से बचने की कोशिश कर रहा है। साल 2020 में जब कोरोना की शुरुआत हुई वहीं काढ़ा पीने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए कई तरह की सलाह दी गई, वहीं इस साल संक्रमण से बचने के लिए अच्छा मास्क पहनने पर जोर दिया जा रहा है। इसी बीच सीतापुर के एक साधु बाबा का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह हर्बल मास्क (Herbal Mask) पहने नजर आ रहे हैं।
सोशल मीडिया साइट ट्विटर इन दिनों फनी वीडियो से भरा हुआ है। हाल ही में IPS ऑफिसर रूपिन शर्मा ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें एक बाबा नजर आ रहे हैं। यह वीडियो सीतापुर के सीतापुर बस स्टैंड के पास बनाया गया है। इसमें साधु बाबा ने हर्बल मास्क पहना हुआ है। उनका Mask नीम और तुलसी के पत्तों से बना है।
इस वीडियो में दिख रहे बाबा ने अपने खास मास्क (Mask Benefits) के फायदे भी बताए हैं। उनका मानना है कि तुलसी और नीम में जीवाणुरोधी गुण होते हैं। इसलिए यह मास्क निश्चित रूप से उन्हें कोरोनावायरस से बचाएगा। उनका यह भी मानना है कि यह मास्क बाकी मास्क से ज्यादा कारगर साबित होगा।
बेशक इन साधु बाबाओं को अपना Mask एकदम सही लगता है, लेकिन आपसे अनुरोध है कि जुगाड़ से नहीं, समझदारी से कोरोना वायरस को हराएं। कोई भी ऐसा काम न करें जिससे संक्रमण का खतरा हो। अगर आप जरूरत पड़ने पर घर से बाहर जा रहे हैं तो अच्छी सुरक्षा के साथ डबल मास्क प्रोटेक्शन (Double Mask Protection) लगाएं।
भारत में कोरोना की दूसरी लहर लगातार कमजोर होती जा रही है। हर रोज मामले कम हो रहे हैं, वहीं अब मृतकों की संख्या भी घट रही है। हालांकि, अब भारत में इस महामारी से मरने वालों की संख्या 3 लाख (3,03,720) को पार कर गई है। इस तरह भारत दुनिया का तीसरा ऐसा देश बन गया है जहां मरने वालों की संख्या 3 लाख से ज्यादा है। अन्य दो देश संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्राजील हैं। हालांकि भारत की स्थिति दोनों देशों से बेहतर है। भारत के अलावा अमेरिका (6.03 लाख) और ब्राजील (4.48 लाख) में तीन लाख से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। भारत में पहली मौत से तीन लाख का आंकड़ा पहुंचने में 14 महीने लगे, जबकि अमेरिका में नौ महीने में एक से तीन लाख और ब्राजील में 12 महीने में मरने वालों की संख्या पहुंच गई। देश में कोरोना से पहली मौत पिछले साल 12 मार्च को हुई थी, जब कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में एक 76 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई थी।