Coronavirus

रूस: ओवरलोडेड वेंटिलेटर में हुआ ब्लास्ट ICU में आग, तीन पॉजिटिव की हुई मौत

Sidhant Soni

न्यूज़- रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में मंगलवार को दिल दहलाने वाला हादसा हुआ है। यहां पर अस्‍पताल की एक इंटेसिव केयर यूनिट (आईसीयू) में वेंटीलेटर में आग लगने की वजह से कोरोना वायरस के पांच मरीजों की मौत हो गई है। रूस की एक न्‍यूज एजेंसी ने बताया है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से वेंटीलेटर में आग लग गई थी। आग काफी तेजी से फैल रही थी। अब तक घटना में 150 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।

रूस की इमरजेंसी मिनिस्‍ट्री की ओर से बताया गया है कि अभी तक इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि कितने लोग घटना में घायल हुए हैं। जिस वेंटीलेटर में आग लगी, वह ओवरलोडेड था। यह हादसा सेंट जॉर्ज हॉस्पिटल में हुआ है। जिन पांच लोगों की मौत हुई है वे सभी वेंटीलेटर्स पर थे। सेंट पीटर्सबर्ग के इमरजेंसी विभाग की तरफ से इंट्राफाक्‍स न्‍यूज एजेंसी को बताया गया है कि वेंटीलेटर्स अपनी सीमा से ज्‍यादा काम कर रहे हैं। शुरुआती संकेतों के मुताबिक वेंटीलेटर ओवरलोडेड था। रूस के एनटीवी न्‍यूज वेबसाइट की तरफ से बताया गया है कि आग छठवीं मंजिल पर स्थित कोविड-19 वॉर्ड तक पहुंच गई थी। हालांकि इसके बाद यह फैल नहीं सकी और इस पर काबू पा लिया गया है।

एनटीवी ने डॉक्‍टरों के हवाले से बताया है कि वेंटीलेटर्स में ऑक्‍सीजन जमा हो गई है और यह बिल्‍कुल ब्‍लास्‍ट होने की हालत में पहुंच गए हैं। इसी वजह से एक वेंटीलेटर में शॉर्ट सर्किट हो गया। जिस वॉर्ड में ब्‍लास्‍ट हुआ वह पूरी तरह से धुंए से भर गया था और मरीजों का दम घुटने लगा था। रूस में इस समय दो लाख 32 हजार से ज्‍यादा कोरोना वायरस मरीज हैं और अब तक 2,116 मरीजों की मौत हो गई है। सोमवार को देश में 10,000 से ज्‍यादा केस सामने आए थे। राष्‍ट्रपति ब्‍लादीमिर पुतिन ने पिछले दिनों देश में वेंटीलेटर्स की कमी की बात मानी है। बताया जा रहा है कि देश में जितने भी वेंटीलेटर्स हैं वे सभी सन् 1991 के बने हुए हैं।

संविधान में मुसलमानों को क्यों नहीं मिला आरक्षण, वजह जानकर चौंक जाएंगे आप

कौन है कांग्रेस के चाणक्य, जो अमेठी में स्मृति ईरानी को देंगे टक्कर

क्या आपको भी किसी चीज को छूने से लगता है करंट, तो जान लें वजह

World Press Freedom Day - क्यों मनाया जाता है विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस? क्यों है ये इतना खास

आज ही के दिन शुरू हुआ कारगिल युद्ध, 68 दिनों के जंग में सैकड़ों जवान हुए शहीद