कोरोना लहर में अपनी मां को खोने वाली 13 साल की बच्ची के साथ आठ महीने तक लगातार सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। झकझोरने वाली बात ये है कि इन महीनों में 80 से अधिक लोगों ने बच्ची के साथ दुष्कर्म (Minor Gang Raped By 80 Men) किया। मानवता को शर्मसार करने वाला ये मामला आंध्रप्रदेश (Andhra Pradesh) का है। पुलिस यहां गुंटूर से उसे छुड़ाने में सफल रही। मां की मौत के बाद बच्ची को अस्पताल से अपने घर ले जाने वाली उस महिला को भी पुलिस हिरासत में ले लिया जिसने बच्ची का देह शोषण कराया।
पुलिस ने इन्वेस्टिगेट किया तो सामने आया कि आठ माहम 80 से ज्यादा लोगों ने बच्ची साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने बताया कि इस मामले में मंगलवार को बीटेक के एक छात्र सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस इस वारदात में शामिल 80 लोगों को गिरफ्तार करने की भी तैयारी कर रही है और इन सभी आरोपियों की तलाश की जा रही है।
एएसपी के सुप्रजा के मुताबिक पुलिस ने पहले सभी आरोपियों की पहचान की और उसके बाद उनकी गिरफ्तारी शुरू की। इनमें से कुछ गैंग चल रहे हैं। इनमें 35 दलाल हैं और बाकी ग्राहक बनकर पहुंच रहे हैं। लड़की की उम्र और हालत का फायदा उठाकर कई देह शोषण करने वाले गैंग ने उसे खरीदा और बेचा और उसे राज्य में कई जगहों पर उसका देह शोषण किया गया। पुलिस लंदन में रहने वाले एक आरोपी की तलाश कर रही है। इस मामले में पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से विजयवाड़ा, हैदराबाद, काकीनाडा और नेल्लोर से एक कार, 53 मोबाइल, तीन ऑटो और कुछ बाइक भी बरामद की हैं।
बताया जा रहा है कि पीड़िता को एक महिला सवर्ण कुमारी ने गोद लिया था, इस महिला ने जून 2021 में COVID-19 महामारी के दौरान ही अस्पताल में पीड़िता की मां से दोस्ती कर ली थी। बच्ची की मां की जल्द ही कोरोना के की वजह से मौत हो गई। इसके बाद वह बच्ची को लेकर अपने घर चली गई और बाद में उसने बच्ची का देह शोषण शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि ये बात लड़की के पिता से छिपाई गई थी।
अगस्त 2021 में लड़की के पिता ने पुलिस में बच्ची को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी महिला सवर्ण कुमारी की पहचान की और जनवरी 2022 में महिला की गिरफ्तारी हुई थी। मंगलवार 19 अप्रैल को गुंटूर पश्चिम क्षेत्र पुलिस ने बी.टेक के एक छात्र सहित 10 और गिरफ्तारियों को गिरफ्तार किया। पुलिस को आरोपी और पीड़िता से पूछताछ के बाद पीड़िता की दर्दनाक और चौंकाने वाली हकीकत के बारे में पता चला। बहरहाल बच्ची की काउंसलिंग की जा रही है। वहीं आरोपी महिला से पूछताछ के आधार पर अन्य आरोपियों को भी पुलिस गिरफ्तार कर रही है।
बीते आठ माह में 13 साल की मासूम को आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के अलग-अलग वेश्यालयों में वेश्यावृत्ति के धंधे में इस्तेमाल करने के लिए भेजा गया था। इसी के आधार पर पुलिस ने नाबालिग को जबरन देह व्यापार में धकेलने के मुख्य आरोपी के तौर पर लड़की को ले जाने वाली महिला की पहचान की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि (Minor Gang Raped By 80 Men) 80 आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करना शुरू कर दिया गया है। इनमें से कुछ किंगपिन हैं, 35 ब्रोकर हैं और बाकी क्लाइंट हैं।