राजस्थान के जालोर में एक दलित छात्र की मौत के मामले में पुलिस ने गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपी शिक्षक को जेल भेज दिया है। वहीं इस मामले को लेकर सियासत भी तेज है। इस बीच मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि दिग्विजय सिंह ने आरोपी शिक्षक को आरएसएस से जोड़ा था। इसको लेकर आरएसएस से जुड़े जालोर निवासी मधुसूदन व्यास ने कोतवाली में मामला दर्ज कराया है।
गहलोत सरकार ने दलित छात्र की मौत की परिवार की मांग पर एसआईटी जांच के आदेश दिए हैं। यह जांच देवाराम चौधरी की अध्यक्षता में की जाएगी। वहीं कांग्रेस नेता सचिन पायलट अपनी ही सरकार पर निशाना साधते नजर आए। उन्होंने कहा था कि अगर कोई घटना होगी तब हम कार्रवाई करेंगे? इस व्यवस्था को बदलना होगा। आजादी के 75 साल पूरे हो गए हैं। जिस तरह से जातिगत भेदभाव हो रहा है और यह घटना हुई है, वह कहीं न कहीं बड़े सवाल खड़े करती है।
पानी पीने के लिए स्कूल के मटके को छुआ तो पीटा
गौरतलब है कि जालोर में एक 9 साल के लड़के ने जब पानी पीने के लिए स्कूल के मटके को छुआ तो उसे स्कूल टीचर ने इतना पीटा कि उसके कान की नस फट गई। बाद में जब उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया तो उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं स्कूल प्रशासन का दावा है कि किसी बच्चे को पानी पीने से नहीं रोका गया, एक झगड़ा हो गया था जिसके बाद शिक्षिका ने हाथ उठाया।