नागौर से केशा राम गढ़वार की रिपोर्ट: राजस्थान पुलिस के एसएचओ और कांस्टेबल के बीच समलैंगिक संबंधों का मामला सामने आया है। मामला नागौर का है। यह बात जब एसपी तक पहुंची तो वह भी हैरान रह गए। एसएचओ के संपर्क में आए कांस्टेबल ने उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। उसने एसएचओ से करीब ढाई लाख रुपये रंगदारी की। धीरे-धीरे उसका लालच बढ़ता गया। उसने 5 लाख रुपये और लग्जरी कार तक की मांग की। उसके पास न्यूड वीडियो चैट से लेकर दोनों के बीच शारीरिक संबंध बनाने तक के वीडियो थे। इसलिए एसएचओ भी दबाव में रहे। अंतत: एसएचओ ने एसपी से शिकायत की। एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया है। आरोपी कांस्टेबल को गिरफ्तार कर सस्पेंड कर दिया गया है।
नागौर स्थित एक थाने के एसएचओ और डेगाना थाने में तैनात कांस्टेबल प्रदीप बाज्या की करीब 8 महीने पहले फेसबुक पर दोस्ती हुई थी। जब दोस्ती हुई तो प्रदीप उस दौरान बड़ी खाटू थाने में तैनात था। दोनों अलग-अलग सोशल मीडिया ऐप से संपर्क में थे। दोनों के बीच अभद्र बातचीत शुरू हो गई। दोनों के बीच कई बार शारीरिक संबंध थे। दोनों के बीच रोजाना फोन पर सेक्स से लेकर न्यूड कॉलिंग तक होने लगी। इधर एसएचओ को पता ही नहीं चला कि कांस्टेबल प्रदीप उसकी सारी हरकतें रिकॉर्ड कर रहा है। इसके बाद वह उसे ब्लैकमेल करने लगा।एसपी राममूर्ति जोशी
एसपी राममूर्ति जोशी ने कहा कि शिकायत की जांच के बाद कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं। दोनों को सस्पेंड कर दिया गया है। कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच नागौर सीओ विनोद कुमार सिपा को सौंपी गई है।