राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के नोहर थाना क्षेत्र में एक 16 वर्षीय किशोर ने रात को सो रहे अपने मां बाप की कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या कर दी। इससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। किशोर ने अपने छोटे भाई को भी नहीं छोड़ और उसे भी कुल्हाड़ी से हमला कर गंभीर घायल कर दिया। वह इस समय अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती है। पुलिस ने आरोपी नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को नशे का आदी बताया जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक घटना नोहर थाना क्षेत्र के फेफना गांव की है। यहां नशे के आदी नाबालिग बेटे ने बुधवार रात घर में सो रहे पिता शीशपाल, मां इंद्रा देवी और 14 वर्षीय छोटे भाई अजय पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। इससे शीशपाल व इंद्रा देवी की मौके पर ही मौत हो गई और अजय गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद आरोपी ने पुलिस को सूचना दी और बताया कि उसके घर में झगड़ा हो गया है।
उसकी सूचना पर पुलिस गांव पहुंच गई। लेकिन गांव से करीब दो किलोमीटर पहले आरोपी नाबालिग सड़क पर बैठा मिला। उसके छोटे भाई को भी चोट आई है। आरोपी नाबालिग ने पुलिस को बताया कि उसके घर पर किसी अज्ञात हमलावर ने हमला किया था। इस पर पुलिस घायल अजय को पहले अस्पताल ले गई और फिर वह उसके घर पहुंच गई। शीशपाल और इंद्र के शव वहीं पड़े थे। घर की हाल देख कर एक बार पुलिस भी चौंक गई।
बाद में जब पुलिस को कुछ शक हुआ तो उन्होंने नाबालिग से पूछताछ की। इस पर उसने सच्चाई का खुलासा किया। सच सुनकर पुलिस के पांव से जमीन भी खिसक गई। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर शवों को वहां से उठा लिया। मौके से साक्ष्य जुटाए। आरोपी के छोटे भाई का हरियाणा के सिरसा के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपी नशे का आदी है। करीब ढाई माह पहले उसे एक निजी नशामुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। इससे वह परेशान और नाराज हो गया। वहां से वह कल ही घर लौटा था। उसे डर था कि उसके माता-पिता उसे फिर से नशामुक्ति केंद्र भेज देंगे। इसलिए उसने रात को सोते समय माता-पिता और छोटे भाई पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया।
नशा हर तरह से बुरा है। यह शरीर को नुकसान तो पहुंचाता ही है, इसके साथ ही परिवार का भी नाश कर देता है। जैसा कि आपने हनुमानगढ़ की घटना में जाना। विशेषज्ञों की मानें तो किसी भी लत के लिए कोई रामबाण इलाज नहीं है। लेकिन हर लत या लत से छुटकारा पाया जा सकता है। अगर आप भी अपने किसी ऐसे रिश्तेदार से छुटकारा पाने के उपाय खोज रहे हैं जो नशे के आदी है तो कुछ उपाय आपके काम आ सकते हैं।
नशा छोड़ने में परिवार के सदस्यों का सहयोग अहम भूमिका निभाता है। जानकारों के मुताबिक इस दौरान सबसे अहम चीज है घर का सहारा। अगर रिश्तेदार नशे की लत से पीड़ित व्यक्ति को ताना देते रहेंगे तो उनके लिए शराब या किसी भी तरह का नशा छोड़ना मुश्किल हो जाएगा। ऐसे में परिवार को तय करना चाहिए कि उन्हें उनका साथ देना चाहिए, उन्हें कम नहीं आंकना चाहिए।
ज्यादातर लोग धीरे-धीरे नशा छोड़ने की सोचते हैं। हालांकि, विशेषज्ञ इसके विपरीत सलाह देते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार यदि आप नशा छोड़ना चाहते हैं तो अपने नशे से तुरंत दूरी बनाएं।
नशा छोड़ने में सबसे बड़ी भूमिका एक मजबूत दिमाग और इरादे की होती है। अगर आपने मन में ठान लिया है कि अब आप दोबारा ड्रग्स को हाथ नहीं लगाएंगे तो पहले अपने मन में आत्मविश्वास बढ़ाएं। अपने आप पर भरोसा करना शुरू कर दें कि आप इस काम को दोबारा नहीं दोहराएंगे।
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