जयपुर पुलिस की गिरफ्त में आरोपी जयेश
जयपुर पुलिस की गिरफ्त में आरोपी जयेश 
अपराध

जानिए कैसे 5 स्टार होटलों में चोरी करने वाला VVIP चोर पुलिस के हत्थे चढ़ा‚ स्टाइल ऐसी कि कोई भी हैरत में पड़ जाए

Kunal Bhatnagar

डेस्क न्यूज. VVIP अधिकारियों से लेकर VVIP मेहमानों के बारे में तो आपने सुना होगा, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे VVIP चोर के बारे में बताने वाले हैं, जिसके बारे में सुन कर शायद आप भी आप चौक जाएंगे, इन महाशय को VVIP चोर इस लिए बोल रहे हैं क्योंकि ये उन जगहों पर चोरी करते हैं जहां पर आम आदमी जाने से पहले 10 बार सोचता है इनका चोरी करने का अड्डा 5 स्टार होटलों में होता हैं. रहने वाले ये महाशय गुजरात के हैं, लेकिन कोई बिजनेसमैन नहीं, ये है वीवीआईपी चोर, पहले लोगों को खाना खिलाना और उनकी प्लेट साफ करना इनका काम था, लेकिन जब इस काम से मन भर गया तो इन्होंने लोगों की तिजोरिया साफ करने का मन बनाया, इनका सोचना था कि बड़े लोग छोटी मोटी चोरियों को ज्यादा तवज्जो नहीं देते, इसी सोच ने इन्हें बना दिया वीवीआइपी चोर इन महाशय का नाम हैं जयेश, जिसने हाल ही में जयपुर के होटल क्लाक्स आमेर में 2 करोड़ के गहनों को साफ कर छूमंतर हो गए.

जयपुर के एक होटल में चोरी करता जयेश

दुनिया के नामचीन होटलों में करता था बड़ी चोरी

वीवीआइपी चोर इतना वीआईपी है कि देश के बड़े-बड़े शहरों मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोच्चि, कोलकाता, चंडीगढ़, जालंधर, और हैदराबाद जैसे शहरों में स्थित ताज होटल, हयात होटल, रमाडा होटल, टाउन प्लाजा, होटल रेडिसन ब्लू जैसे दुनिया के नामी होटलों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था, क्योंकि इन महाशय का जयपुर मे चोरी करने का अच्छा अनुभव रहा है इससे पहले ये एक बार जयपुर में चोरी कर के बड़े आराम से निकल गए, यहीं सोच के एक बार फिर इन्होंने जयपुर में होटल क्लार्क्स आमेर में 25 नवंबर और उदयपुर में होटल ट्राइडेंट में 20 नवंबर को चोरी की वारदात को अंजाम दिया.

चोरी करने का स्टाइल भी अलग और पुलिस से बचने का तरीका भी अनोखा

अब आपको बताते हैं जयेश किस तरह से चोरी की घटना को अंजाम देता था। सबसे पहले तो होटल मे वीवीआईपी मेहमानों के साथ एंट्री करता और उसके बाद टारगेट करता था, उस व्यक्ति को जिसके पास तिजोरी की जिम्मेदारी होती थी, मेहमानों के साथ घुल मिल जाता, उस व्यक्ति का कमरा नंबर नोट करता और बाद में जब वह व्यक्ति शादी समारोह में चला जाता तो होटल मे मैनेजर से कहकर कमरा खुलवाता था और तिजोरी साफ करके फरार हो जाता था.

तो आखिर कैसे फंस गया जयेश जयपुर पुलिस के चंगुल में

कहते हैं ना की चोर कितना भी शातिर क्यों ना हो, लेकिन कहीं ना कहीं गलती कर बैठता है और कुछ इसी प्रकार की गलती कर बैठा जयेश, पुलिस लगातार जयेश पर निगरानी रखे हुए थी, लेकिन जब 15 मिनट के लिए उसने अपने फोन मे इंटरनेट चलाया तो पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस कर ली और यहीं से ही जयेश अपने बिछाए जाल में फंस गया.

चोरी के माल का सौदा तय था, लेकिन मोबाईल ने बिगाड़ा जयेश का खेल

जिस वीवीआइपी चोर पर देश भर में 30 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं और लगातार कई राज्यों की पुलिस जिसे नहीं ढूंढ पा रही थी राजस्थान कि पुलिस ने वह कारनामा कर दिखाया 25 नवंबर वारदात के बाद लगातार राजस्थान पुलिस की टीम ने कड़ी मेहनत की और वीवीआईपी चोर जयेश धर दबोचा, इस पूरी कार्यवाही में डीजीपी पूर्व ऑफिसर साइबर सेल के तकनीकी प्रभारी कॉन्स्टेबल विजय राठी ने अहम रोल निभाया जैसे ही चोर की लोकेशन के बारे में जानकारी प्राप्त हुई वैसे ही सब इंस्पेक्टर कृष्ण कुमार एसआई अशोक सिंह व अन्य पुलिसकर्मियों की टीम गुजरात के लिए रवाना हो गई और वीवीआईपी चोर को गिरफ्तार कर लिया।

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