डेस्क न्यूज. अलवर शहर के शिवाजी पार्क थाना इलाके में 11 जनवरी को अज्ञात लोग ने एक मूक बधिर नाबालिक लड़की को तिजारा फाटक पुलिया के ऊपर फेंक कर फरार हो गए। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस अधीक्षक सहित तमाम अधिकारीयों ने घटना की जानकारी ली। नाबालिक लड़की को पहले तो अलवर के सरकारी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया, लेकिन हालत बिगड़ने पर जयपुर रैफर कर दिया गया। जहां कल युवती का 8 डॉक्टर की टीम ने मिलकर ऑपरेशन किया गया, बता दे कि लड़की के प्राइवेट पार्ट से काफी ब्लड बह गया। जिसके बाद लगातार बच्ची की हालात खराब हो रही थी।
तेजस्विनी गौतम अलवर एसपी के साथ घटना स्थल का जायजा लेते संजय शौत्री जयपुर रेंज IG
आज अलवर में अधिवक्ता समुदाय के द्वारा ज़िला कलेक्टर को ज्ञापन देकर अलवर मे हुई मूक बधिर बालिका के साथ दरिन्दगी करने वाले अभियुक्तों को जल्द से जल्द गिरफ़्तार करने की माँग की ओर अधिवक्ताओं ने निर्णय लिया की उक्त प्रकरण के अभियुक्तों की किसी भी अधिवक्ता के द्वारा पैरवी नहीं की जायेगी।
अलवर में नाबालिग से दुष्कर्म प्रकरण में JK लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरविंद शुक्ला ने हेल्थ बुलेटिन जारी किया, जिसमें डॉ. शुक्ला का कहना है कि 'अब बच्ची की स्थिति स्टेबल, लेकिन की जा रही निगरानी' बता दें कि बच्ची को गंभीर हालत में अलवर से जयपुर रैफर किया गया था। जिसके बाद कल लड़की का 8 डॉक्टरों की टीम ने ऑपरेशन किया। लगातार पीड़ित के ऊपर डॉक्टरों की टीम निगरानी रखे हुए है।
बाल आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने इल पूरे मामले पर कहा कि घटना दर्दनाक है बाल आयोग बच्ची को न्याय दिलाने के साथ-साथ ही बच्ची को बेहतर उपचार के लिए हम तत्पर रहेगा।संगीता बेनीवाल, बाल आयोग की अध्यक्ष
11 जनवरी की रात को अलवर के जिले में नाबालिक के साथ हुई घटना को 48 घंटे का समय लगभग होने वाला है, लेकिन अभी तक पुलिस आरोपीयों को नहीं पकड़ पाई है। बता दें कि मामलें की गंभीरता को देखते हुए जयपुर से एक टीम 12 तारीख को घटना स्थल पर पहुंची थी। लगातार पुलिस CCTV के माध्यम से आरोपीयों की तलाश कर रही है। लेकिन अभी कर पुलिस के हाथ खाली है।
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