चित्तौडग़ढ़ से गोपाल चतुर्वेदी की रिपोर्ट: कभी आपने सुना है की किसी व्यक्ति की मौत हो जाने के बाद वो जिंदा घूम सकता है? ऐसा ही मामला चित्तौडग़ढ़ से सामने आया है। शहर के सदर थाना इलाके में गत दिनों सड़क हादसे में मृतक के जिंदा निकलने के मामले का पुलिस ने खुलासा किया है। पैसों के लालच में आकर आरोपित ने दोस्त की हत्या कर 60-70 लाख रुपए का बीमा क्लेम करवाने के लिए खुद की मौत का षडयंत्र रचा था। मामले में पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार किया है और जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की इसी दौरान 23 मार्च को थाना भदेसर से सूचना प्राप्त हुई कि रविन्द्रसिंह को हिरासत में लिया गया है, जिसके परिजनों से जानकारी ली गई तो पता चला की 19 मार्च को ही रविन्द्रसिंह की हादसे में मृत्यु हो गई। इस पर रविन्द्रसिंह से पूछताछ की तो उसने बताया कि सन्तोष कुमार पुत्र किरणलाल मीणा निवासी रामपुरीया जिला प्रतापगढ़ की उसने हत्या कर दी। इसके बाद शव को हाईवे पर डाल दिया तथा बाइक को भी डैमेज कर रोड़ पर डाल दिया और हादसे का रूप देने के लिये बाइक को जगह जगह से डेमेज किया। शव की सही शिनाख्त नहीं हो इस कारण उसके मुह पर पत्थर मारा तथा जगह जगह रगड़ के निशान बनाये।
आरोपित ने पूछताछ में स्वीकारा है कि उसके ऊपर काफी कर्जा हो रखा है, और स्वयं ने पॉलिसी करवाई हुई थी। इसका करीब 60-70 लाख रुपये का क्लेम प्राप्त करने की नियत से उसने सन्तोष कुमार मीणा की हत्या कर दी। इस पर पुलिस ने रविन्द्रसिंह को हत्या, षडयंत्र रचने और साक्ष्य मिटाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।प्रीति जैन, पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधिकारी बुद्धराज टांक के नेतृत्व में आगे की तफ्तीश जारी है ।