यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध का आज पांचवा दिन है और पूरी दुनिया यूक्रेन (Ukraine) की सहायता के लिए तत्पर हैं। वहीं रूस यूक्रेन के शहरों पर बड़े पैमाने पर हमला करना जारी है। अपनी विस्तारवादी नितियों के चलते रूस ने यूक्रेन को युद्ध में धकेल दिया है। (Ukraine's military group is getting donation in bitcoin)
वहीं यूक्रेन ने भारत सहित दुनिया के अन्य देशों से युद्ध को रोकने के लिए अपील की। वहीं यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय के अनुसार मंत्रालय ने अपनी आर्म्ड फोर्सेज के लिए विभिन्न देशों से दान लेना शुरू कर दिया है। यूक्रेनी सेना की मानें तो कई लोग और संस्थाएं हमें डोनटे करने का अनुरोध कर रहे हैं।
कॉइनटेलिग्राफ के अनुसार सरकार की ओर से जो बैंक एकाउंट दिया गया है। ये विदेशी मुद्रा में डोनेशन को स्वीकार करता है। इसकी आधिकारिक वेबसाइट में मेंशन है कि देश का राष्ट्रीय कानून यूक्रेन के डिफेंस मिनिस्ट्री को अन्य पेमेंट सिस्टम जैसे- Webmoney, Bitcoin, PayPal आदि का यूज करने की परमिशन देता है। इसका मतलब है कि क्रिप्टो डोनेशन स्वीकार नहीं किए जाएंगे। (Ukraine's military group is getting donation in bitcoin)
यूक्रेन को क्रिप्टोकुरेंसी दान में लाखों पाउंड्स मिले हैं - एक सरकारी प्रवक्ता ने स्काई न्यूज को बताया है कि इस रकम का इस्तेमाल जितना हो सके रूसी सैनिकों को नष्ट करने के लिए" किया जाएगा।
बिटकॉइन और ईथर वॉलेट के पते देश के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट के साथ-साथ उप प्रधानमंत्री मायखाइलो फेडोरोव के प्रोफाइल पर शेयर किए गए थे।
लेकिन यूक्रेन की ट्रांसफॉर्मेशन मिनिस्ट्री के एक स्पोक्सपर्सन ने पुष्टि की है कि क्रिप्टोकुरेंसी दान के लिए याचिका एक्चुअल है - और इसके संचार चैनल "सुरक्षित" हैं।
स्पोक्स पर्सन ने कहा है कि हम यूक्रेन की जीत में योगदान देने की कोशिश कर रहे हैं और यूक्रेन में जो हो रहा है, उस पर अंतरराष्ट्रीय समाज को अवेयर कर रहे हैं।
रिकॉर्ड की बात करें तो बिटकॉइन और ईथर वॉलेट के बीच वर्तमान में £5.4m है - ये हाल के घंटों में दुनियाभर से किए गए सैकड़ों लोगोंका दान है।
यूक्रेन में गैर सरकारी संगठनों ने लंबे समय से क्रिप्टोक्यूरेंसी दान स्वीकार कर रहा है।
ब्लॉकचैन इंटेलिजेंस फर्म एलिप्टिक ने कहा है कि बिटकॉइन जैसे क्रिप्टोसेट भी एक अहम और वैकल्पिक फंडिंग मैथड के तौर पर उभर रहा है।
इसमें ऐसे लोग भी शामिल हैं जिनका यूक्रेन से कोई लेना देना नहीं है वो सिर्फ ह्यूमिनिटी के नाते डोनेट करना चाहते हैं। ऐसे में यूक्रेनियन सरकार ने विदेशी मुद्रा में डोनेशन लेने के लिए एक बैंक एकाउंट भी सेटअप किया, जिसके बाद यूक्रेन को डोनेशन मिलना शुरू हो गया है। इस बीच, सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने यूक्रेन आर्म्ड फोर्सेज से क्रिप्टो में डोनेशन स्वीकार करने की अपील की है।
कम बैक अलाइव (Come Back Alive) ने इसका नाम उन मैसेजेस से लिया जो यूक्रेन की सेना को दिए गए बुलेटप्रूफ जैकेट पर अंकित था। बता दें कि यह जमीन पर सैनिकों को मिलिट्री इक्विपमेंट्स, ट्रेनिंग और मेडिकल सप्लाई मुहैया करता है।
दूसरी ओर, क्रिप्टो के रूप में डोनेशन (Ukraine's military group is getting donation in bitcoin) देने वाले डोनर्स ने यूक्रेनी सरकार से क्रिप्टो में डोनेशन एक्सेप्ट करने के लिए कहा है। इसमें सफाई दी जा रही है कि ऐसा करने पर उसे दुनियाभर से उसे डोनेशन मिल सकेगा। हालांकि कुछ लोगों ने इसे लेकर चिंता जताई है।
यूजर ‘MMusikwolf' ने लिखा है कि क्रिप्टो के तौर पर दान न करें, इस पर तर्क दिया गया है कि इसकी वैल्यू बहुत जल्दी फ्लकचुएट होती है। इसके मुकाबले फिएट करेंसी में किसी भी एसेट की सबसे ज्यादा लिक्विडिटी होती है और इसका आसान और तेजी से इस्तेमाल किया जा सकता है।