राजधानी दिल्ली के एतिहासिक विजय चौक पर बीटिंग रिट्रीट समारोह (Beating Retreat 2022) शुरू हो गया है। इस समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त तीनों सेना के प्रमुख भी समारोह में उपस्थित रहे। इस सेरेमनी में एक हजार ड्रोंस ने आसमान की शोभा बढ़ाई। 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत इसकी भूमिका बनाई गई है और इसे डिजाइन, निर्माण व कोरियोग्राफ किया गया है।
केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि चीन, रूस और ब्रिटेन के बाद भारत 1,000 ड्रोन के साथ इतने बड़े पैमाने पर ड्रोन शो का आयोजन करने वाला चौथा देश बन गया है।
सैन्य सामारोह का समापन हो गया है। इससे पहले तीनों सेना की बैंडों ने अपनी-अपनी प्रस्तुति दी, सेनाओं के बैंड ने समां बांधा। वहीं ए मेरे वतन के लोगों ने धुन ने लोगों को दिल जीता है। इस बार 26 भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के बैंड कुल 26 धुनों को बजाई गई। ए मेरे वतन के लोगों धुन से सैन्य समारोह का समापन हुआ है।
इस बार नहीं बजाई गई महात्मा गांधी की फेवरेट धुन- बता दें कि 1950 से बीटिंग रिट्रीट रिपब्लिक डे में शामिल है। शुरुआत में अंग्रेजी धुनें ही बजाई जाती थीं। बाद में धीरे-धीरे भारतीय धुनों ने अपनी जगह बनाली। अग्रेजी धुन 'अबाइड विद मी' बीटिंग रिट्रीट समारोह में बनी रही। यह महात्मा गांधी को बहुत पसंद थी। इस साल इसे भी हटा दिया गया।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी मनाने की परंपरा भारत में 1950 से है। अभी तक दो बार इस कार्यक्रम को रद्द किया गया है। 2001 में गुजरात भूकंप और 2009 में देश के आठवें राष्ट्रपति वेंकटरमन के निधन के चलते इसे रद्द किया गया था।
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