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बेटियों के हाथ पहली बार VIP प्रोटेक्शन का जिम्मा: CRPF ने 32 महिला कमांडो की टीम तैयार की, सभी वीआईपी को देंगी Z+ सुरक्षा कवर

महिला कमांडो ने अपनी 10 सप्ताह की ट्रेनिंग पूरी कर ली है। इस प्रशिक्षण में कमांडो को वीआईपी सुरक्षा ड्यूटी पूरी करना, बिना हथियारों के लड़ना, शव की तलाशी लेना और विशेष हथियारों से फायर करना सिखाया गया है।

ChandraVeer Singh

देश में पहली बार CRPF की महिला कमांडो टीम को गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा सहित अन्य VIP की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी जाने वाली है।

इन महिला कमांडों टीम को VIP सुरक्षा के दौरान प्रशिक्षण दिया जाएगा। ऐसे में ये कमांडो टीम कई अवसरों पर गणमान्य व्यक्तियों के साथ रहेंगी। इन समारोह में आने वाले विधानसभा चुनाव भी शामिल है।

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने वीआईपी सुरक्षा के लिए 32 महिला कमांडो वाली अपनी पहली टीम तैयार की है। अब इन कमांडो को दिल्ली में रहने वाले उन कुलीन नागरिकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, जिन्हें Z+ सुरक्षा कवर दिया गया है।

महिला कमांडो की टीम की जिम्मेदारी क्या होगी?
वीआईपी के घरों की रखवाली करने वाली टीम में महिला कमांडो को तैनात किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर ये कमांडो पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की रैलियों में इन वीआईपी लोगों को सुरक्षा देंगी।

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इन VIPs के लिए हाई रिस्क प्रोफाइल की वजह से एडवांस सिक्योरिटी मुहैया कराई गई

शुरुआत में महिला कमांडो को अमित शाह, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और उनकी पत्नी गुरशरण कौर के साथ तैनात किया जाएगा। इन वीआईपी के हाई रिस्क प्रोफाइल की वजह से इन्हें एडवांस सिक्योरिटी मुहैया कराई गई है। यह महिला कमांडो टीम जेड+ सुरक्षा पाने वाले एक दर्जन अन्य वीआईपी की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी होगी।

ये कमांडो इन वीआईपीज के घरों में आने वाली महिला आगंतुकों की तलाशी लेंगी और यात्राओं के दौरान मशहूर हस्तियों के घरों की पूरी सुरक्षा का हिस्सा करेंगी। पुरुष कमांडो की तरह महिला कमांडो भी सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक हथियार, सुरक्षा उपकरण और अन्य गैजेट से लैस होंगी

10 सप्ताह की ट्रेनिंग पूरी की, जनवरी में होगी पोस्टिंग
सूत्रों के मुताबिक इन महिला कमांडो ने अपनी 10 सप्ताह की ट्रेनिंग पूरी कर ली है। इस प्रशिक्षण में कमांडो को वीआईपी सुरक्षा ड्यूटी पूरी करना, बिना हथियारों के लड़ना, शव की तलाशी लेना और विशेष हथियारों से फायर करना सिखाया गया। कमांडो को जनवरी में ड्यूटी पर तैनात किया जा सकता है।

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