प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि युवक दिल्ली ट्रेनिंग सेंटर से लेकर उत्तराखंड के जोशीमठ के आर्मी क्षेत्र तक स्वयं को सैनिक पुलिस बताकर लंबे समय से सबको गुमराह कर रहा था। बताया जा रहा है कि देहरादून के प्रेमनगर आईएमए के आसपास भी यह अपना असली नाम, पता और काम छुपाकर बनकर घूम रहा था। ऐसे में सेना खुफिया विभाग और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में IMA से लगते प्रेमनगर के पास से घेराबंदी कर अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। फिलहाल पुलिस जालसाजी के आरोप में पूछताछ कर रही है। उधर, आर्मी इंटेलिजेंस भी इस मामले में इंवेस्टिगेशन में जुटी है ।
पुलिस की गिरफ्त में आए इस फर्जी जवान के पास से कैंटीन कार्ड और सेना की वर्दी जैसे अन्य सामान बरामद किए गए हैं। पुलिस जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किया गया व्यक्ति राजस्थान के हनुमानगढ़ का रहने वाला है। ऐसे में पुलिस और मिलिट्री इंटेलिजेंस इस बात की जांच पड़ताल में जुटी है कि यह व्यक्ति किस मकसद से उत्तराखंड में फर्जी जवान बनकर घूम रहा था।
खुद को आर्मी का जवान बताने वाला यह व्यक्ति सोशल मीडिया पर भी सेना की वर्दी पहनकर वीडियो बनाता था, जो खूब वायरल भी हैं। वीडियो में ये शख्स डायलॉगबाजी कर खुद को आर्मी जवान बता रहा है। बताते चलें , यह पहला वाकया नहीं है जब सैन्य बाहुल्य प्रदेश में इस तरह से फर्जी जवान बनकर घूमने वाले व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया हो। इससे पहले भी इस तरह के अभियुक्तों को गिरफ्तार कर पुलिस जेल भेज चुकी है। हालांकि, भारतीय सैन्य अकादमी के आसपास इस तरह की हरकत होने से इस तरह के मामले 'संवेदनशील' दायरे में आते हैं। यही वजह है कि पुलिस और आर्मी इंटेलिजेंस लगातार ऐसे लोगों पर नजर बनाकर उन पर शिकंजा कसती आई है।