Punjab election 2022

Bhagwant Mann Oath Ceremony:AAP के भगवंत मान बने पंजाब के 17वें मुख्यमंत्री, पहली बार किसी CM ने शहीद के गांव में ली शपथ

Bhagwant Mann Oath Ceremony: आज पंजाब को नया मुख्यमंत्री मिल गया। आम आदमी पार्टी (आप) के भगवंत मान ने राज्य के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह के लिए तीन अलग-अलग मंच तैयार किए गए थे। पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने बीच के मंच पर भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इस दौरान मुख्य सचिव भी मंच पर मौजूद रहे। भगवंत मान के अलावा बाकी 91 विधायकों की भी मंच पर बैठने की व्यवस्था की गई थी।

ChandraVeer Singh

Bhagwant Mann Oath Ceremony: आज पंजाब को नया मुख्यमंत्री मिल गया। आम आदमी पार्टी (आप) के भगवंत मान ने राज्य के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़कलां में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। इस शपथ ग्रहण समारोह के साक्षी दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और उनकी कैबिनेट बनी। इसके साथ ही भगवंत मान के बेटे और बेटी भी समारोह में शामिल हुए। दोनों अमेरिका से यहां कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। शपथ ग्रहण समारोह में भगवंत मान की मां और बहन भी मौजूद रहीं।

Bhagwant Mann Oath Ceremony: आपको बता दें कि भगवंत मान ने पंजाब की धुरी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और 45 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की। अब वे मुख्यमंत्री बन गए हैं। उन्होंने एक पेशेवर कॉमेडियन के रूप में अपनी यात्रा शुरू की। वह जुगून चरित्र के साथ राजनीति पर खूब सटायर किया करते थे। बाद में उनकी रुचि राजनीति में हो गई। हालांकि, वह अपना पहला विधानसभा चुनाव हार गए।
शपथ से पहले भगवंत मान ने किया ट्वीट
शपथ ग्रहण से पहले भगवंत मान ने ट्वीट कर लिखा था- आज सूरज की सुनहरी किरण एक नया सवेरा लेकर आई है। शहीद भगत सिंह और बाबा साहब के सपनों को साकार करने के लिए आज पूरा पंजाब खटकड़कलां में शपथ लेगा। शहीद भगत सिंह जी के विचारों की रक्षा के लिए मैं उनके पैतृक गांव खटकड़कलां के लिए प्रस्थान कर रहा हूं। वहीं अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि आज पंजाब के लिए बड़ा दिन है। नई उम्मीद की इस सुनहरी सुबह में आज पूरा पंजाब एक साथ आकर एक समृद्ध पंजाब बनाने का संकल्प लेगा। उस ऐतिहासिक क्षण को देखने के लिए मैं भी शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़कलां के लिए निकल पड़ा हूं।

समारोह में तीन अलग-अलग मंच बनाए गए

शपथ ग्रहण समारोह (Bhagwant Mann Oath Ceremony) के लिए तीन अलग-अलग मंच तैयार किए गए थे। पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने बीच में मंच पर भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इस दौरान मुख्य सचिव भी मंच पर मौजूद रहे। भगवंत मान के अलावा बाकी 91 विधायकों की भी मंच पर बैठने की व्यवस्था की गई।

बाएं मंच पर अरविंद केजरीवाल और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बैठने की व्यवस्था की गई थी। खटकड़कलां में शहीद भगत सिंह स्मारक के पीछे 13 एकड़ में बड़ा टेंट लगाया गया। जहां करीब चालीस हजार कुर्सियां ​​लगाई गई हैं।

इसके अलावा हाईवे और स्मारक के पीछे के खेतों में 45 एकड़ में पार्किंग बनाई गई। समारोह में सुरक्षा के लिए 10,000 जवानों को तैनात किया गया। बड़ी संख्या में महिलाएं व पुरुष पीली पगड़ी व साड़ी व स्टोल पहनकर पहुंचे हैं।

शहीद भगत सिंह के गांव में पहली बार किसी मुख्यमंत्री की शपथ
पंजाब में पहली बार शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में नहीं बल्कि स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के गांव में हुआ। इससे पहले भगवंत मान ने लोगों से बड़ी संख्या में समारोह में पहुंचने की अपील की थी। जिसका असर भी देखने को मिला है।
शिक्षा और स्वास्थ्य के विकास के लिए कार्य करेंगे - भगवंत मान
शपथ के बाद भगवंत मान ने कहा- हम पंजाब में शिक्षा, स्वास्थ्य के विकास को लेकर काम करेंगे। हमें देश की धरती प्यारी है और ये हमारी मां है। अब हरेक व्यक्ति को साथ देना होगा। जैसे लोग दिल्ली में स्कूल देखने आते हैं, वैसे ही यहां भी लोग स्कूल देखने आएंगे। यहां भी अस्पतालों में लोग फोटो क्लिक कराएंगे।
शराब पीने की वजह से सुर्खियों में रहे
भगवंत मान शराब पीने की वजह से काफी चर्चा में रहे हैं। मान ने जनवरी 2020 में बरनाला की रैली में बताया था कि उन्होंने शराब नहीं पीने का संकल्प लिया है। उन्होंने मंच पर अपनी मां और पंजाब की जनता के सामने वादा किया था कि वह अपना तन, मन और धन पंजाब की सेवा में लगा देंगे।
कभी कॉमेडी शो में मजाक में मंत्री बनने की कही थी बात, अब सच में पंजाब के मुख्यमंत्री
पंजाब विधानसभा चुनाव में आप की जीत के साथ ही पंजाब के नए मुख्यमंत्री भगवंत मान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया। वीडियो एक पुराने कॉमेडी शो का है जिसमें मान एक स्टूडेंट के रोल में नजर आ रहे हैं। वीडियो में वह किसी दिन विधायक या मंत्री बनने की इच्छा जाहिर कर रहे हैं। इस वीडियो को आईपीएस अधिकारी रूपिन शर्मा ने ट्विटर पर शेयर किया है। इसमें भगवंत मान को एक छात्र के रूप में दर्शाया गया है, जिसके शिक्षक उससे पूछते हैं कि वह बड़ा होकर क्या बनना चाहता है। तो वह पंजाबी में जवाब देते हुए कहते हैं, "अगर मुझे शिक्षा मिली तो मैं अधिकारी बन सकता हूं। नहीं तो मैं विधायक या मंत्री बन सकता हूं।" इसके बाद कहा गया कि शायद भगवंत मान ने अपना भविष्य देख लिया था। लेकिन भगवंत मान को भी नहीं पता था कि वह एक दिन पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे।

छुट्टियों में भगत सिंह अपने दादा अर्जुन सिंह के साथ खट्कड़ कलां आते थे और कई-कई दिनों तक रुकते थे। आज यहां उनका एक म्यूजियम मौजूद है।

यूं हुआ खट्कड़ कलां गांव का नामकरण
भगत सिंह के पूर्वज महाराजा रंजीत सिंह सिखों के आखिरी राजा थे। कहा जाता है कि भगत सिंह के परदादा फतेह सिंह के पूर्वज अमृतसर के एक गांव में रहा करते थे। इतिहासकारेां के अनुसार एक बार फतेह सिंह अपने परिवार के किसी सदस्य के अस्थि विसर्जन के लिए हरिद्वार जा रहे थे, तभी रास्ते में जालंधर में एक जमींदार के घर ठहरे। जमींदार को फतेह सिंह इतने पसंद आए कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी फतेह सिंह के परिवार में तय कर दी। बेटी की शादी के बाद जमींदार ने ससुराल वालों को काफी जमीन दी। चूंकि यह जमीन दहेज में दी गई थी और दहेज को पंजाब में खट कहा जाता था। इसक कारण से इस गांव का नाम खट्कड़ कलां पड़ गया।
दादा के साथ आया करते थे भगत सिंह
बुजुर्ग बताते हैं कि खट्कड़ कलां वाले घर का निर्माण फतेह सिंह ने ही करवाया था। ताकि आने-जाने वाले मुसाफिरों को ठरहने में किसी तरह की परेशानी न हो। बुजुर्ग बताते हैं कि छुट्टियों में भगत सिंह अपने दादा अर्जुन सिंह के साथ खट्कड़ कलां आते थे और कई-कई दिनों तक रुकते थे। आज यहां उनका एक म्यूजियम मौजूद है।

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