डेस्क न्यूज – चंद्रयान 2 की लान्चिंग सफलतापूर्वक होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक के बाद एक कई ट्वीट किये। और इसरो को बधाई दी।
मोदी ने पहले ट्वीट में कहा कि "विशेष क्षण जो जो गौरवशाली इतिहास में याद किया जाएगा!
#चंद्रयान 2 का प्रक्षेपण हमारे वैज्ञानिकों और 130 करोड़ भारतीयों के विज्ञान के नए स्तरों को निर्धारित करने के संकल्प को दर्शाता है।
आज हर भारतीय को गर्व है!"
मोदी ने दुसरे ट्वीट में कहा "दिल में भारतीय, आत्मा में भारतीय!
हर भारतीय को बहुत खुशी होगी यह तथ्य है कि # चंद्रयान 2 पूरी तरह से स्वदेशी मिशन है।
यह चंद्रमा की सुदूर संवेदन के लिए एक ऑर्बिटर होगा और चंद्र सतह के विश्लेषण के लिए लैंडर-रोवर मॉड्यूल भी होगा।"
मोदी ने तीसरे ट्वीट में कहा कि "#चंद्रयान 2 अद्वितीय है क्योंकि यह चंद्र क्षेत्र के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर अध्ययनों का पता लगाएगा और प्रदर्शन करेगा,
जो किसी भी पिछले मिशन द्वारा खोजा और नमूना नहीं किया गया है। यह मिशन चंद्रमा के बारे में नया ज्ञान प्रदान करेगा।"
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चौथे ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा कि "#चंद्रयान 2 जैसे प्रयास हमारे उज्ज्वल युवाओं को विज्ञान, उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान और नवाचार की ओर प्रोत्साहित करेंगे।
चंद्रयान के लिए धन्यवाद, भारत के चंद्र कार्यक्रम को पर्याप्त बढ़ावा मिलेगा। चंद्रमा के बारे में हमारा मौजूदा ज्ञान काफी बढ़ाया जाएगा।"
मोदी ने पाचवें ट्वीट में कहा "भारत के लिए यह एक ऐतिहासिक क्षण है।
चंद्रयान-2 के सफल प्रक्षेपण से आज पूरा देश गौरवान्वित है।
मैंने थोड़ी देर पहले ही इसके लॉन्च में निरंतर तन-मन से जुटे रहे वैज्ञानिकों से बात की और उन्हें पूरे देश की ओर से बधाई दी। #Chandrayaan2"
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चंद्रयान 2 की सफलता पुर्वक लांन्चिंग के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी…
राष्ट्रपति ने कहा श्रीहरिकोटा से चन्द्रयान-2 का ऐतिहासिक प्रक्षेपण हर भारतीय के लिए एक गर्व का क्षण है। भारत के स्वदेशी अंतरिक्ष कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए @ISRO के सभी वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई। मेरी कामना है कि टेक्नॉलॉजी के नए-नए क्षेत्रों में 'इसरो', नित नई ऊंचाइयों तक पहुंचे।
श्रीहरिकोटा से चन्द्रयान-2 का ऐतिहासिक प्रक्षेपण हर भारतीय के लिए एक गर्व का क्षण है। भारत के स्वदेशी अंतरिक्ष कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए @ISRO के सभी वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई। मेरी कामना है कि टेक्नॉलॉजी के नए-नए क्षेत्रों में 'इसरो', नित नई ऊंचाइयों तक पहुंचे।
राष्ट्रपति ने कहा कि चंद्रयान-2 अब से लगभग 50 दिनों में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के करीब उतरने वाला पहला अंतरिक्ष-यान होगा। आशा है यह मिशन नई खोजों को जन्म देगा और हमारी ज्ञान प्रणालियों को समृद्ध करेगा। मैं चंद्रयान-2 टीम की सफलता की कामना करता हूँ।
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चंद्रयान-2 की सफल लॉन्चिंग के बाद इसरो प्रमुख ने प्रेस कॉन्फ्रेंीस करके कहा कि चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण सफल रहा, यह चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा,
इसरो प्रमुख के सिवन ने कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि जीएसएलवी ने चंद्रयान-2 को पृथ्वीण की कक्षा पर सफलतापूर्वक स्था,पित कर दिया है, यह भारत के लिए चांद की ओर ऐतिहासिक यात्रा और वहां के दक्षिणी ध्रुव पर उतर पर वैज्ञानिक शोध करने की शुरुआत है,
लॉन्चिंग देखने के लिए देशभर से हजारों लोग श्रीहरिकोटा पहुंचे। इसरो के एक अधिकारी के मुताबिक रॉकेट के प्रक्षेपण को देखने के लिए कुल 7,500 लोगों ने ऑनलाइन रजिस्टेशन कराया था।
भारत ने अपना पहला मून मिशन चंद्रयान-1 2008 में लॉन्च किया था, उस वक्त इस प्रोजेक्ट में करीब 450 करोड़ रुपए खर्च हुए थे, इस बार इसरो का प्रोजेक्ट 1 हजार करोड़ रुपए का है,