(vayushakti 2022) रूस और यूक्रेन युद्ध चल रहा है जिससे पूरी दुनिया में तनाव का माहौल है। विश्वयुद्ध से लेकर परमाणु युद्ध तक के आसार दिख रहे हैं। इसी बीच भारतीय वायुसेना भी अपना दम दिखाने को तैयार है। दरअसल इंडियन एयरफोर्स के सबसे बड़ी वॉर एक्सरसाइज ऑपरेशन वायुशक्ति 7 मार्च को पोकरण पोखरण फायरिंग रेंज में होगी। वायु सेना ’वायु शक्ति’ (vayushakti 2022) युद्धाभ्यास के दौरान अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन करेगी। वायु शक्ति युद्धाभ्यास की सबसे बड़ी बात ये है कि लाइव फायरिंग ऑपरेशन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी लड़ाकू विमानों को टारगेट बताएंगे और पायलट उन पर निशाना साधेंगे।
3 साल में एक बार होने वाले ऑपरेशन वायुशक्ति (vayushakti 2022) को देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी पोकरण आ रहे हैं। इंडियन एयरफोर्स के पायलट पिछले एक महीने से ऑपरेशन वायुशक्ति की तैयारियों में जुटे हैं। देश का सबसे एडवांस फाइटर जेट राफेल भी पहली बार ऑपरेशन वायुशक्ति में अपना पावर दिखाएगा। वायुसेना ने इससे पहले वर्ष 2019 में युद्धाभ्यास किया था। भारतीय वायुसेना अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन 3 वर्ष में एक बार करती है। इस युद्धाभ्यास में परिवहन और सपोर्ट सिस्टम हेलीकॉप्टर तथा युद्धक विमान शामिल होते हैं। बता दें कि वायुसेना ने दिल्ली में तिलपत रेंज में 21 जुलाई 1953 को इस तरह का पहला अभ्यास किया था।
ऑपरेशन वायुशक्ति (vayushakti 2022) में पहली बार राफेल शामिल हो रहा है। राफेल का हवा में ही नही बल्कि जमीन पर हमला करते हुए भी नजर आएगा। इसके फायर पावर पर सभी की निगाह रहेगी। साथ ही राफेल की सुखोई के साथ बेहतरीन जुगलबंदी भी देखने को मिलेगी।
बता दें कि एक महीने से एयरफोर्स के जांबाज इस युद्धाभ्यास की तैयारी कर रहे हैं। फाइटर जेट जोधपुरए फलौदीए जैसलमेरए उत्तरलाईए नालए बठिंडाए आगराए हिंडन व अंबाला एयरबेस से उड़ान भरके पोकरण के समीप चांधन फायरिंग रेंज में आसमान से जमीन पर निशाना साध रहे हैं। उनका टारगेट कंट्रोल रूम में सीधे स्क्रीन पर देखा जा सकता है।