QUAD देशों अमेरिका, भारत,ऑस्ट्रेलिया और जापान ने कहा है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र को किसी भी कीमत पर यूक्रेन नहीं बनने दिया जाएगा। QUAD ने यह ऐलान ऐसे समय में किया गया है, जब यूक्रेन की तर्ज पर ताइवान पर चीनी अटैक की संभावना जताई जा रही है। जापानी पीएम फुमियो किशिदा ने वर्चुअल बैठक के दौरान कहा कि रूस की तरह चाइना को ताइवान पर हमला नही करने दिया जाएगा। इसके लिए क्वाड के नेता हिंद-प्रशांत में चीन को यूक्रेन की स्थिति का लाभ नहीं उठाने देने पर सहमत हुए है।
यूक्रेन पर रूस के हमले का जिक्र करते हुए किशिदा ने कहा कि हम इस बात पर भी सहमत हुए हैं कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में किसी को भी एकतरफा यथास्थिति में बदलाव की इजाजत नहीं दी जाएगी। यह एक्शन एक स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र की दिशा में अहम है। इंडो-पैसिफिक के लिए व्हाइट हाउस के कॉर्डिनेटर कर्ट कैंपबेल ने कहा कि अमेरिका यूक्रेन के बिगड़े हालात के साथ हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर भी अपनी पूरी नजर बनाए हुए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि क्वाड को भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के अपने मुख्य अहम मकसद पर ध्यान देना होगा। उन्होंने मानवीय और आपदा राहत, ऋण स्थिरता, सप्लाय चेन, क्लीन एनर्जी, रिलेशन और कैपेसिटी प्रोडक्शन जैसे क्षेत्रों में सहयोग के ठोस और व्यावहारिक कदम उठाने की बात की। बैठक के दौरान नेताओं ने अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की।
बैठक में सितंबर 2021 में आयोजित क्वाड समिट में तय किए गए मुद्दों की समीक्षा की गई। इस दौरान चारों देशों के नेताओं को ठोस नतीजे हासिल करने की दिशा में काम करना चाहिए और इस साल के अंत में जापान में होने वाले शिखर सम्मेलन से पहले आपसी सहयोग को तेज करना चाहिए।