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बीसीसीआई एक्शन मोड़ में... चयन कमेटी को किया बर्खास्त, कई बड़े बदलाव की आशंका

Lokendra Singh Sainger

भारतीय क्रिकेट टीम के टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड से हार जाने के बाद सबसे पहले भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) का ध्यान चयनकर्ताओं पर गया। इंग्लैंड के हाथों सेमीफाइनल में शर्मनाक हार के ठीक आठ दिन बाद बोर्ड ने चेतन शर्मा की अध्यक्षता वाली चार सदस्यीय राष्ट्रीय चयन समिति को बाहर का रास्ता दिखा दिया।

यानी टीम इंडिया की इस करारी हार के बाद चयनकर्ताओं पर पहली कार्रवाई हो चुकी है। बीसीसीआई के इस कड़े फैसले के बाद माना जा रहा है कि यह 2024 टी20 वर्ल्ड कप का 'रोडमैप' तय करने की दिशा में पहला कदम है।

साभार- India Tv

टीम इंडिया में बड़े बदलाव के आसार

टीम इंडिया में परिवर्तन की चर्चायें भी जोरों पर है। निशाने पर खुद कप्तान रोहित शर्मा हैं। उन्हें इस टी-20 फॉर्मेट से बाहर का रास्ता दिखाने की बात चल रही है। साथ ही हार्दिक पांड्या को भारत का नया टी-20 कप्तान बनाने की कोशिशें की जा रही हैं।

सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि पांड्या को टी-20 की नई टीम के साथ लगातार कप्तानी की कमान सौंपी जा सकती है। वे युवा खिलाड़ी के तौर पर कप्तानी की पहली पसंद माने जा रहे है। जो मैदान पर अपने करतब से दम दिखाने की क्षमता रखते हैं।

मौजूदा न्यूजीलैंड दौरे की शुरुआत से ठीक पहले कार्यवाहक कप्तान पांड्या ने खुद कहा है कि 2024 टी-20 विश्व कप का रोडमैप शुरू हो गया है और कई खिलाड़ियों को टीम में जगह बनाने का मौका दिया जाएगा। आने वाले समय में भारतीय टीम में काफी बदलाव देखने को मिलेंगे। साथ ही कई बड़े खिलाड़ी भेजे जाएंगे।

साभार- जागरण

चयनकर्ताओं की भूमिका पर सवाल

भारतीय क्रिकेट में बदलाव की दिशा में कदम तभी उठाए गए जब हर तरफ आलोचना के स्वर उठने लगे, सच तो यह है कि चयनकर्ताओं ने अपनी जिम्मेदारी आधे-अधूरे मन से निभाई। चेतन शर्मा के कार्यकाल में भारतीय टीम 2021 में खेले गए टी20 विश्व कप के नॉकआउट चरण में नहीं पहुंच सकी थी। इसके अलावा वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी हार गई थी।

इतना ही नहीं एशिया कप के सुपर-4 में ही टीम इंडिया बोरिया-बिस्तर बांध कर आ गई थी। सवाल उठता है कि क्या चयनकर्ताओं ने कभी ईमानदारी से महत्वपूर्ण आयोजनों के लिए टीमों का चयन किया..?

साभार- आज तक

राहुल द्रविड़ का भार होगा कम

हेड कोच राहुल द्रविड़ को मिला पूरा साल मिला, इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय सीरीज में कई बड़े प्रयोगों के अलावा वर्कलोड मैनेजमेंट का जलवा दिखाया। टीम इंडिया के फैन्स को लग रहा था कि टीम एक खास रणनीति के तहत आगे बढ़ रही है। लेकिन जब टी-20 विश्व कप के लिए 15 संभावित चुने गए तो परिणाम में फिर शून्य दिखा।

मीडिया रिपोर्ट की मानें तो बीसीसीआई तीनों फार्मेटों की अलग-अलग टीम बनाकर द्रविड़ का भार कम करना चाहते है। टीम मैनेजमेंट को हमेशा मनचाही टीम मिली फिर टी-20 वर्ल्ड कप-2022 से ऐसी निराशाजनक विदाई क्यों..?

साभार- sportzwiki

बीसीसीआई अब करेगा क्रांतिकारी बदलाव

टी-20 फॉर्मेट को लेकर बीसीसीआई क्रांतिकारी बदलाव की ओर बढ़ रहा है। वरिष्ठ राष्ट्रीय चयनकर्ता का कार्यकाल आमतौर पर चार साल का होता है और इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है, लेकिन बोर्ड ने पहले ही राष्ट्रीय चयन समिति को बर्खास्त कर कड़ा संदेश दे दिया है। अब यह माना जा सकता है कि बड़े खिलाड़ी... बड़े रिकॉर्ड काम नहीं करते और इस आधार पर खिलाड़ी टीम में नहीं रह सकता।

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