मध्य प्रदेश के इंदौर में एक निजी कंपनी के सात कर्मचारियों के कंपनी के बाहर एक साथ जहर खाने का मामला सामने आया है। उनके साथी कर्मचारियों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, जहां सभी की हालत खतरे से है।
बताया जा रहा है कि सातों कर्मचारियों को मालिक ने कंपनी से अचानक बाहर निकाल दिया, जिससे कर्मचारियों ने डिप्रेशन में आकर ये कदम उठाया है।
यह मामला परदेशीपुरा थाना क्षेत्र की अजमेरा वायर कंपनी का है। इस कंपनी में मॉड्यूलर किचन का सामान बनाने का काम होता है। यहां पर 15 से 20 कर्मचारी काम करते है।
कंपनी के एक कर्मचारी की ओर से बताया कि दो दिन पहले कंपनी के मालिक रवि बाफना और पुनीत अजमेरा ने सात कर्मचारियों को निकाल दिया, जिससे वह नाराज हो गए।
कंपनी ने जमनाधार विश्वकर्मा, दीपक सिंह, राजेश मेमियोरिया, देवीलाल करेडिया, रवि करेड़िया, जितेंद्र धमनिया और शेखर वर्मा को अचानक से ये कहकर कम्पनी से निकाल दिया कि अब कंपनी में आपके लिए कोई काम नहीं है। सातों कर्मचारी पिछले 20 सालों से इसी कंपनी में कार्यरत थे।
कंपनी की ओर से अचानक से निकाले जाने पर सभी डिप्रेशन में आ गये, जिसके चलते आज सुबह सभी कर्मचारी कम्पनी के गेट पर पहुंचे और वहां सभी ने एक साथ जहर खा लिया।
साथी कर्मचारियों ने सभी को एमवाय अस्पलात में भर्ती कराया गया है, जहां सभी खतरे से बाहर है। इस घटना की जानकारी जैसे ही पुलिस को हुई तो आला-अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
जांच अधिकारी अजय सिंह कुशवाहा का कहना है कि कंपनी में 20 कर्मचारी काम करते हैं और पिछले सात महीनों से कम्पनी का काम बंद था, कर्मचारियों को मालिक ने सात महीने का वेतन भी नहीं दिया था और सातों कर्मचारियों को बाणगंगा स्थित उनकी दूसरी फैक्ट्री में काम करने के लिए शिफ्ट कर दिया, जिसके कारण सभी ने जहर खा लिया।
जांच अधिकारी अजय सिंह ने कहा कि सभी कर्मचारियों का इलाज चल रहा है, जिसके चलते पुलिस उनके बयान नहीं ले पाई है। सबका बयान होने के बाद पुलिस आगे की कार्यवाही करेगी।